खूंटी. ट्राइब फर्स्ट अभियान झारखंड की टीम ने काड़े तुबित गांव पहुंच कर ग्राम प्रधान बलराम मुंडा के परिजनों से मुलाकात की. ज्ञात हो कि विगत दिनों बलराम मुंडा की अपराधियों ने हत्या कर दी थी. ट्राइब फर्स्ट अभियान की टीम ने परिजनों से घटना के संबंध में जानकारी ली. इस दौरान परिजनों ने उन्हें बताया कि ग्राम प्रधान बलराम मुंडा का कभी कोई आपराधिक चरित्र नहीं था. जैसा कि अपराधियों ने कहा कि वह पोस्ता की खेती करते थे, जो कि सरासर गलत है. ग्राम प्रधान को बदनाम करने की साजिश है. कहीं ना कहीं केस को दूसरी दिशा देने का षड्यंत्र है. मृतक ग्राम प्रधान लोगों को गलत काम करने से मना करते थे. इसलिए रास्ते से हटाने के लिए उनकी हत्या कर दी गयी. टीम के सदस्यों ने कहा कि ग्राम प्रधान की हत्या सोची-समझी साजिश है. उनके घर में अफीम होने की बात सरासर गलत है. उन्होंने कहा कि अगर अफीम होता, तो मृतक बलराम मुंडा के घर में अफीम मिलता, लेकिन उनके घर से कोई भी ऐसा आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं हुआ. ट्राइब फर्स्ट अभियान की टीम सरकार से मांग करती है कि ग्राम प्रधान बलराम मुंडा के हत्यारों को फांसी की सजा हो. टीम में प्रदेश संयोजक आरती कुजूर, रितेश उरांव, बिरसा पाहन, खूंटी की पूर्व प्रमुख रुकमिला सारु, बुधराम बेदिया, रवि कुमार, लक्ष्मी बाखला, नागेश्वर बेदिया, मुन्ना टोप्पो सहित अन्य शामिल थे.
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