रनिया के झारियाटोली के पाहन टोली में सड़क और पानी की समस्याएं
भूषण कांसी, रनियागर्मी के दस्तक देने के साथ ही रनिया प्रखंड के कई गांव में जल संकट गहराने लगा है. सरकार के नल से जल पहुंचाने के दावे हाथी के दांत साबित हो रहे हैं. धरातल पर इसकी हकीकत सही नहीं है. ग्रामीण पीने का पानी के साथ अपनी दैनिक उपयोग के अलावा सड़क-पानी के लिए जूझ रहे हैं. मामला रनिया प्रखंड के खटंगा पंचायत अंतर्गत झरिया टोली के पहानटोली गांव का है. इस गांव की स्थिति बेहद खराब है. गांव में 15 से 20 परिवार के लगभग सौ से अधिक लोग रहते हैं. उनके लिए पानी की उपलब्धता नहीं है. लोग कुआं चुआं समेत अन्य जलाशयों से गंदा पानी भरकर अपनी प्यास बुझा रहे हैं. कुआं और चुआं भी अब सूखने के कगार पर आ गये हैं. पूरी तरह से सूख जाने पर लोगों को बदबूदार पानी से काम चलाना पड़ता है. वहीं, लोगों को नहाने-धोने और मवेशियों के लिए भी परेशानी उठानी पड़ती है. ग्रामीणों ने कहा कि अगर जल्द ही पानी के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गयी तो गांव में गंभीर जल संकट खड़ा हो सकता है. उन्होंने सरकार से सोलर जलमीनार लगाने और नये कुआं खुदवाने और चापाकल लगाने की मांग की है. गांव में जंगली हाथियों का भी आतंक है. यहां हाथियों का आतंक आए दिन देखने को मिलता है. गांव में झरिया टोली से पहान टोली तक दो किलोमीटर तक पहुंच पथ नहीं है. गांव में जल्द नये चापाकल लगाये जायेंगे : बीडीओग्रामीण पथरीले और संकीर्ण सड़क से होकर लोग गांव तक पहुंचाते हैं. वहीं गांव से स्कूल तक पहुंच पथ ठीक नहीं रहने के कारण स्कूली बच्चे भी हाथियों के डर से स्कूल नहीं जा पाते हैं. इस संबंध बीडीओ प्रशांत डांग ने कहा कि पाहन टोली में जल संकट और सड़क की समस्या को दूर किया जायेगा. इसके लिए प्रस्ताव बनाकर जिला को भेजा गया है. जल्द ही गांव में चापानल और सोलर आधारित चापाकल भी लगाया जायेगा. उन्होंने बताया कि सड़क के लिए मुखिया को ग्राम सभा कर प्रस्ताव दे सकते हैं.
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