मुंडाओं की दशा और दिशा विषय पर कार्यशाला
तोरपा. छोटानागपुर मुंडा छात्र संघ की ओर से युवाओं की दशा व दिशा विषय पर आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला शनिवार को संपन्न हुई. संत जोसेफ कॉलेज, तोरपा में आयोजित किया गया था. मुख्य अतिथि विधायक सुदीप गुड़िया ने दीप जलाकर कार्यशाला का उदघाटन किया. उनके साथ डॉ अनुज लुगुन भी उपस्थित थे. इस अवसर पर विधायक ने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि युवा आगे बढ़ें व अपनी पहचान बनाएं. विधायक सुदीप गुड़िया ने कहा कि मुंडाओं के इतिहास को जानना बहुत जरुरी है. ख़ासकर युवा मुंडाओ के इतिहास को जाने तथा नई पीढ़ी को इससे अवगत कराये.आज मुंडाओं के अस्तित्व, इतिहास, परंपरा को जानने, व बचाने की जरूरत है. आदिवासी मुंडा छात्र संघ इस दिशा में अच्छा काम कर रही हैं. उन्होंने युवाओं से कहा कि गर्व महसूस करें कि हम मुंडा है.मुंडाओं का इतिहास सिंधुघाटी की सभ्यता से पहले का है : डॉ अनुज
कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए डॉ अनुज लुगुन ने कहा कि मुंडाओं को इतिहास को बिना जाने व समझें, मुंडाओं की दशा व दिशा को नहीं समझ सकते है. उन्होंने विस्तार से बताया कि इतिहास जानना क्यूँ जरुरी है. अफ्रीकी इतिहासकार चैनआबू के कथन का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि जब तक हिरण अपना इतिहास नहीं लिखेंगे तब तक शेरों की इतिहास ही बताई जाती रहेगी. किसी भी समाज को को आगे बढ़ाने की बुनियाद उसकी इतिहास ही है. उन्होंने बताया कि मुंडाओं का इतिहास सिंधु घाटी की सभ्यता से पहले से शुरू होता है. उन्होंने मुंडाओं के छोटानागपुर आगमन के इतिहास को विस्तार से बताया. कार्यशाला का संचालन प्रवीण भेंगरा ने किया. मौके पर फादर इमानुएल बागे, प्राचार्य फादर गैबीरियल सुरीन, फादर तेज कुमार लिंडा, प्रो थॉमस आईंद, प्रवीण भेंगरा, प्रो अजित कोनगाडी, अनीमा, एमन आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है