प्रतिनिधि, खूंटी.
खूंटी और तोरपा के बीच पेलोल पुल के ढह जाने के बाद वाहनों को वैकल्पिक मार्ग से जाना पड़ रहा है. पुल के ढहने से सबसे अधिक भारी वाहनों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. छोटे वाहनों को भी लंबा रास्ता तय कर जाना पड़ रहा है. आसपास के गांव के लोगों को भी इस छोर से दूसरी छोर जाने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है. इससे ग्रामीणों के लिए परेशानी बढ़ गयी है. शुक्रवार को पथ निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता (यातायात) मनोहर कुमार ने क्षतिग्रस्त पुल का निरीक्षण किया. पुल के क्षतिग्रस्त होने के कारणों का उन्होंने जांच की. पत्रकारों से उन्होंने बताया कि फिलहाल यातायात के लिए वैकल्पिक मार्ग का उपयोग किया जा रहा है. उन्होंने अत्यधिक बारिश के कारण पुल के क्षतिग्रस्त होने की संभावना जतायी है.श्रावणी मेले को लेकर चिंता बढ़ी :
जल्द ही श्रावणी मेला भी शुरू होने वाला है. पुल के क्षतिग्रस्त होने के कारण अब श्रावणी मेले को लेकर चिंता होने लगी है. हालांकि फिलहाल डायवर्सन बनाये जाने की योजना तैयार की जा रही है. पथ प्रमंडल खूंटी के कार्यपालक अभियंता रामेश्वर साह के अनुसार लगभग 10 मीटर चौड़ा और 75 मीटर लंबा एक पक्का डायवर्सन बनाया जायेगा. इसमें लगभग एक करोड़ 81 लाख रुपये का खर्च आयेगा. इसकी स्वीकृति के लिए विभाग को भेजा जा रहा है. स्वीकृति मिलने के बाद डायवर्सन का निर्माण कार्य शुरू किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है