प्रतिनिधि, लातेहार
झारखंड के लातेहार जिले में बुधवार को आदिवासी संगठनों द्वारा आहूत भारत बंद का मिला-जुला असर देखने को मिला. सुबह आठ बजे से बंद समर्थक सदर थाना क्षेत्र के एनएच-75 पर बैनर और सरना ध्वज लेकर सड़कों पर उतरे. इनमें महिलाओं की संख्या अधिक थी, जिन्होंने सड़क जाम कर लंबी दूरी की बसों और मालवाहन ट्रकों के परिचालन को प्रभावित किया. हालांकि, जिले में ट्रेन सेवाएं सामान्य रहीं. बंद का आह्वान पारंपरिक पड़हा स्वशासन व्यवस्था के तत्वावधान में किया गया था, जिसमें विस्थापन, सरना स्थल की सुरक्षा, मरांगबुरू गिरीडीह अतिक्रमण और सरना धर्म कोड की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया. प्रखंड पड़हा दीवान रामलाल उरांव ने कहा कि पारंपरिक जमीन की खरीद-बिक्री पर रोक लगनी चाहिए और आदिवासी धर्म कोड को मान्यता मिलनी चाहिए. सड़क जाम की सूचना पर अनुमंडल पदाधिकारी अजय कुमार रजक और एसडीपीओ अरविंद कुमार मौके पर पहुंचे. अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत की, लेकिन वे नहीं माने. दोपहर 2:30 बजे के बाद बंद समर्थक अपने घर लौटे, जिसके बाद यातायात सामान्य हो गया. जाम स्थल पर बंद समर्थकों ने खाने-पीने की व्यवस्था की थी. ट्रैक्टर में पानी और खिचड़ी की व्यवस्था की गयी थी, जिसे पलाश और सखुआ के पत्तों में बांटकर खाया गया. बंद के दौरान एनएच-75 पर वाहनों की लंबी कतारें लग गयीं और फंसे हुए बाहरी वाहन चालकों ने भी खिचड़ी का आनंद लिया. इस दौरान रोशन कुमार भगत, राजीव उरांव, चंद्रदेव उरांव, शांति देवी, सोमर उरांव, रामदेव उरांव, इंद्रदेव उरांव, बालेश्वर उरांव, सोभा उरांव, मालती देवी, सुनिता देवी, भगमनी उरांव, रतन उरांव, शहादेव उरांव, शिवपूजन उरांव समेत कई पुलिस जवान मौके पर मौजूद थे.
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