चंदवा-बारियातू़ गुरुवार को मुहर्रम की सप्तमी पर कामता कर्बला में चादरपोशी की गयी. अकीदतमंदों ने फातेहा पढ़ा. इसके बाद राज्य व देश की तरक्की के लिए अमन-चैन की दुआ मांगी गयी. इस दौरान कर्बला के समीप मेले जैसा नजारा था. यहां काफी संख्या में महिलाओं व बच्चों की भीड़ जुटी थी. शहर के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों से भी काफी संख्या में लोग कर्बला पहुंचे. मन्नतें व दुआ मांगी. लोगों के बीच शिरनी बांटी गयी. ग्यास खान ने बताया कि शुक्रवार चार जुलाई को इमामबाड़ों से निशान व झंडों के साथ अखाड़ा जुलूस निकाला जायेगा. यह टोरी रेलवे क्रॉसिंग से वापस होगी. शनिवार पांच जुलाई को छोटकी चौकी का जुलूस मुख्य शहर होते हुए इंदिरा गांधी चौक तक जायेगा. रविवार छह जुलाई को पहलाम का ताजिया जुलूस निकाला जायेगा. करतब व ताजिया की प्रदर्शनी होगी. इसके बाद कामता स्थित मेलाटांड़ पहुंचेगा. कर्बला में मिट्टी मंजिल की रस्म के बाद मुहर्रम संपन्न होगा. उधर, बारियातू में भी अकीदतमंदों ने कर्बला पहुंचकर फातेहा खानी की. इमाम-हुसैन समेत उनके साथियों की कुर्बानी को याद किया.बारियातू बस्ती, बठेठ, रत्नादाग, साल्वे, शिबला, फुलसू, नावाडीह व इटके गांव से अकीदतमंद जुलूस की शक्ल में अपने इमामबाड़ा पहुंचे. या हुसैन-या हुसैन की सदाएं गूंजती रही. इमाम हुसैन की दी गयी कुर्बानी व इंसानियत के लिए उनके पैगाम को याद किया गया. मौलाना ने कहा कि कर्बला सिर्फ एक गम नहीं, बल्कि इंसाफ, सच्चाई व इंसानियत की बुलंदी का पैगाम है. मौके पर मो इस्लाम, सद्दाम, इस्राफील, जुनैद आकिब, रेहान, सलाउद्दीन, शमीम,सराज, मुस्लिम, इस्माइल, रज्जाक, लियाकत, ज़ुबैर समेत अन्य लोग मौजूद थे.
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