चंदवा़ माॅनसून की पहली बारिश प्रखंडवासियों को रुला रही है. शुरुआती समय में बारिश के बाद यह लग रहा था कि इस बार माॅनसून किसानों के लिए बेहतर साबित होगी. पहली बारिश के बाद किसानों के चेहरों पर खुशी भी आयी थी, पर लगातार हो रही मुसलाधार बारिश ने अब किसानों को मायूस कर दिया है. मक्का और धान की खेती पर भी आफत आन पड़ी है. आकड़ों पर गौर करें तो इस वर्ष जून में प्रखंड में 426.8 मिमी बारिश रिकॉर्ड किया गया है. यह सामान्य से 113 फीसदी अधिक है. औसतन जून माह में दो सौ मिमी बारिश होती है. यह धान की खेती के लिए काफी अच्छी है. लगातार बारिश के बाद कृषि के क्षेत्र में इसका हानिकारक प्रभाव दिख रहा है. भदई फसल के अंतर्गत मक्का, उरद, तिलहन, दलहन आदि की बुआई बुरी तरह प्रभावित हो गयी है. लगातार बारिश के कारण प्रखंड में महज पांच फीसदी ही बुआई संभव हो पायी है. आलम यह है कि अब तक कई किसान बीड़ा भी नहीं कर पाये हैं. प्रखंड कृषि पदाधिकारी मनीष कुमार पाठक ने बताया कि अगर आनेवाले सप्ताह में बारिश खुल जाती है तो बीड़ा व रोपा कार्य बढ़कर 80 फीसदी तक पहुंच सकता है.
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