लातेहार. जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान में यूनिसेफ की सहयोगी संस्था लीड्स की ओर से मुख्यमंत्री स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार को लेकर शनिवार को कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसका उदघाटन क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी ऋषिकेश कुमार व अतिरिक्त जिला कार्यक्रम पदाधिकारी शिव शंकर प्रसाद ने किया. मौके पर क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि स्वच्छ विद्यालय में अच्छी शिक्षा की कल्पना की जा सकती है. विद्यालय में स्वच्छ एवं शैक्षणिक माहौल मिले, उसके लिए शिक्षा विभाग निरंतर कार्य कर रहा है. राज्य परियोजना निदेशक की ओर से मुख्यमंत्री स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार को लेकर राज्य में पांच जिलों को चिन्हित किया गया है. इसमें रांची, कोडरमा, पश्चिमी सिंहभूम, लातेहार एवं दुमका शामिल है. लातेहार में शिक्षा विभाग एवं यूनिसेफ की ओर से विद्यालय में स्वच्छता गतिविधियों को संचालित किया जा रहा है. कार्यशाला को संबोधित करते हुए क्षेत्रीय समन्वयक संजीत कुमार ने कहा कि लातेहार जिला से चयनित 50 विद्यालयों में पायलट प्रोजेक्ट के तहत मुख्यमंत्री स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार की मांगों को लेकर मूल्यांकन किया जा रहा है. मूल्यांकन का कार्य शिक्षकों की ओर से स्वच्छ विद्यालय स्वस्थ बच्चे एप्प के माध्यम से किया जायेगा. विद्यालय का मूल्यांकन विद्यालय में उपलब्ध पानी की व्यवस्था, शौचालय हाथ धुलाई इकाई, एमडीएम का संचालन, विद्यालय का रख-रखाव, इको क्लब एवं विद्यालय स्वास्थ्य कल्याण कार्यक्रम के तहत किया जाना है. मूल्यांकन कार्य में विभिन्न मानकों पर अलग-अलग अंक निर्धारित किये गये हैं. विद्यालय में उपलब्ध सुविधाओं के अनुसार विद्यालय की ग्रेडिंग की जायेगी. इसके बाद विद्यालय को प्रखंड स्तर से लेकर राज्य स्तर पर पुरस्कृत किये जाने की योजना है. कार्यशाला में उपस्थित सभी विद्यालयों को स्वच्छ विद्यालय स्वस्थ बच्चे एप्प पर पंजीकरण करना आवश्यक है. कार्यशाला में रोहित कुमार, संजय उरांव व रांची जिला समन्वयक शंभुनाथ मिश्रा समेत कई लोग उपस्थित थे.
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