चंदवा़ साहेबगंज जिले के भोगनाडीह गांव में हूल दिवस के मौके पर आदिवासी समुदाय पर हुए लाठी चार्ज की भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कड़ी निंदा की है. वरिष्ठ भाजपा नेता महेंद्र प्रसाद साहू ने कहा कि शहीद सिदो-कान्हू के वंशजों को ही उनके पूर्वजों के बलिदान दिवस के कार्यक्रम में शामिल होने से रोका गया. विरोध करने पर निर्दोष ग्रामीणों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया गया. आंसू गैस के गोले छोड़े गये. यह लोकतंत्र की आत्मा को घायल करता है. साथ ही यह आदिवासी अस्मिता पर हमला है. शहीदों की विरासत व आदिवासी समाज के स्वाभिमान को कुचलने की कोशिश की गयी है. हेमंत सोरेन की भ्रष्टाचारी सरकार आदिवासी हितैषी होने का नाटक करती है. असलियत सबसे सामने दिख रही है. सरकार को चुनाव के समय आदिवासी समाज याद आता है, बाद में उनपर लाठी बरसवाती है. आज हक-अधिकार मांगने पर आदिवासी समाज को पीटा जा रहा है. हेमंत सोरेन की सरकार यह याद रखे, जिस तरह वीर सिदो-कान्हू, चांद-भैरव व फूलो-झानो ने हूल क्रांति से अंग्रेजी सत्ता की नींव हिला दी थी. उसी तरह आज भोगनाडीह में लाठीचार्ज की दमनकारी घटना हेमंत सरकार के पतन का कारण बनेगी. अपनी अस्मिता व अधिकार की रक्षा के लिए समस्त आदिवासी समाज से संगठित होने की अपील की.
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