महुआडांड़. प्रखंड के मुख्य बड़ा गिरजाघर में खजूर पर्व पर मुख्य अनुष्ठानकर्ता फादर दिलीप एक्का ने मिस्सा अनुष्ठान कराया. उन्होंने अपने संदेश में कहा कि खजूर रविवार के साथ हम प्रभु के दुखभोग, मरण और पुनरूत्थान के सप्ताह में प्रवेश कर रहे हैं. आज का पर्व हमें उसी जुलूस की याद दिलाता है जो दो हजार वर्ष पूर्व येरूशलम शहर में निकाला गया था. हाथों में खजूर की डालियों लेकर जुलूस में भाग लेने का मतलब यह है कि हम यीशु को अपने हृदय में एवं जीवन में स्वागत करते हैं. उन्होंने बताया कि आज से हम पवित्र सप्ताह आरंभ कर रहे हैं. इसके दौरान यीशु को हम अपने मिशन की पराकाष्ठा तक पहुंचते हुए पायेंगे. उनके जीवन, वचन और शिक्षाओं के गहरे अर्थ को हर खुली घटना प्रत्यक्ष करेगी. इस पुण्य सप्ताह के दौरान यीशु हमारी मानवीय स्थिति, हमारे जीवन के सब दुख, दर्द, कार्य, चिंता, वेदना व आंशका इत्यादि की चर्चा करेंगे. इससे पूर्व खजूर की डालियों के साथ चर्च परिसर में शोभायात्रा निकाली गयी. शोभायात्रा शहीद चौक होते संत तेरेसा विद्यालय होकर वापस चर्च परिसर पहुंची. यहां प्रार्थना सभा हुई. मौके पर फादर सुरेश तिर्की, फादर समीर व फादर पतरस समेत सिस्टर स्वाति आदि मौजूद थे.
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