22.8 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

सोशल मीडिया पर संवेदनशील जानकारियां साझा करने से बचें

सोशल मीडिया पर संवेदनशील जानकारियां साझा करने से बचें

साइबर जागरुकता कार्यक्रम में एक्सपर्ट ने विद्यार्थियों को बताया डिजिटल सुरक्षा का महत्व

प्रतिनिधि,पाकुड़. साइबर अपराध की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए प्रभात खबर की ओर से चलाए जा रहे जन जागरूकता अभियान के तहत संवाद कार्यक्रम का आयोजन सोमवार को पीएम श्री हरिणडंगा उच्च विद्यालय में किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय प्राचार्य श्रीनिवास प्रसाद ने की. कार्यक्रम में नगर थाना के सब इंस्पेक्टर सुबल चंद्र डे समेत विद्यालय के शिक्षक व छात्र उपस्थित थे.मौके पर प्राचार्य ने छात्रों को बताया कि मोबाइल का सही उपयोग ही साइबर क्राइम जैसे गंभीर अपराध से बचा सकता है. अपने घर-परिवार में भी इसे लेकर जागरूकता फैलाएं. जागरूकता से ही साइबर अपराध जैसे जाल से बचा जा सकता है. देश में साइबर अपराध एक बड़ी चुनौती बन गया है. साइबर अपराध से निपटने के लिए सरकार की ओर से कई कदम उठाए गए हैं, लेकिन घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. सरकार अपनी रणनीति पर काम कर रही है, पर जब तक हम सभी जागरूक नहीं होंगे, तब तक ये घटनाएं होती रहेंगी.वहीं, सब इंस्पेक्टर सुबल चंद्र डे ने कहा कि मोबाइल के बिना जीवन अधूरा लगता है. सूचनाएं, कारोबार या मनोरंजन—हर क्षेत्र में मोबाइल की लोगों को लत लग चुकी है, लेकिन यही मोबाइल हमें खतरों के सामने भी खड़ा करता है. एक ओर जहां यह वरदान है, वहीं दूसरी ओर अभिशाप भी है. सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करने से साइबर अपराधियों को अवसर मिल सकता है. इसलिए सोशल मीडिया पर संवेदनशील जानकारी साझा करने से बचें. कभी भी अपनी जन्मतिथि, पता, फोन नंबर और बैंक खाते की जानकारी सोशल मीडिया पर न दें. अपराधी इन जानकारियों का उपयोग आपकी पहचान चुराने के लिए कर सकते हैं.सोशल मीडिया प्रोफाइल की सेटिंग ऐसी रखें कि केवल करीबी दोस्त ही आपकी जानकारी देख सकें. यह ध्यान रखें कि आपका सोशल मीडिया प्रोफाइल सार्वजनिक न हो.बताया गया कि आज के दौर में डिजिटल अरेस्टिंग एक गंभीर समस्या बन गई है. इससे डरने की बजाय जागरूक होकर बचा जा सकता है. डिजिटल अरेस्ट के तहत अपराधी अचानक गिरफ्तारी का झूठा दावा करते हैं और पीड़ित को विश्वास दिलाते हैं कि वह किसी अपराध में शामिल है, जिसके बाद बड़ी रकम वसूली जाती है. संकल्प लें कि कभी भी अनजान कॉल या संदेश पर ओटीपी साझा नहीं करेंगे. इससे आप अपने बैंक खाते, मोबाइल और लैपटॉप को हैक होने से बचा सकेंगे और साइबर स्कैम के अन्य खतरों से भी सुरक्षित रहेंगे.बताया गया कि किसी भी संदिग्ध लेन-देन को रोकने के लिए 1930 पर कॉल करके 30 मिनट के भीतर ट्रांजेक्शन रोका जा सकता है या cybercrime.gov.in का उपयोग किया जा सकता है.

बोले वक्ता

साइबर अपराधों से बचने के लिए, मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें, सोशल मीडिया पर अपनी निजी जानकारी साझा करने से बचें, अज्ञात ईमेल या लिंक पर क्लिक न करें, और अपने सॉफ़्टवेयर को अपडेट रखें. इसके अतिरिक्त, सार्वजनिक वाई-फाई का उपयोग करते समय सावधानी बरतें

-श्रीनिवास प्रसाद, प्राचार्य

ऑनलाइन गतिविधियों के दौरान लोगों को सतर्क रहना चाहिए. संदिग्ध लिंक, अनजान ईमेल या मैसेज पर क्लिक नहीं करना चाहिए. ऑनलाइन खरीदारी या बैंकिंग के लिए हमेशा विश्वसनीय और सुरक्षित वेबसाइट्स का ही इस्तेमाल करना चाहिए.

-सुबल चंद्र डे, एसआइ, नगर थाना

मोबाइल ने हमें खतरों के समक्ष भी ला खड़ा किया है. मोबाइल का सही उपयोग ही साइबर क्राइम जैसे गंभीर अपराध से बचा सकता है.अपने घर परिवार में भी इसे लेकर जागरूक करें. जागरूकता से ही साइबर अपराध जैसे जाल से हम बच सकते हैं.

-जुही शिवानी, शिक्षिका

साइबर अपराध, जो कंप्यूटर और इंटरनेट का उपयोग करके किए जाते हैं. यह एक बढ़ती हुई समस्या है. इसके कारणों में तकनीकी कमियां, जागरूकता की कमी, और अपराधियों की मंशा शामिल हैं. रोकथाम के लिए, मजबूत सुरक्षा उपाय, जागरूकता अभियान, और सख्त कानून की आवश्यकता है.

-मो. बाबुल अली, शिक्षक

कई लोग साइबर अपराध के खतरों और उनसे बचने के तरीकों से अनजान होते हैं. जिससे वे आसानी से शिकार बन जाते हैं. साइबर अपराध से निपटने के लिए और पर्याप्त कानून होने चाहिए. जिससे कि अपराधियों को कड़ी सजा हो सके.

-मो. फिरोज हुसैन, शिक्षक

बोले छात्र

देशभर में साइबर अपराधियों के के द्वारा ठगी के मामले समाचार पत्र के माध्यम से प्राप्त होती है. यह मामला दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है इस पर रोक लगनी चाहिए

आफरीन परवीन, छात्रा

साइबर अपराध की खबरें अक्सर सुनने को मिलती हैं . इसमें लोग अपनी गाढ़ी कमाई को अनजान वर्ष गंवा देते है. साइबर अपराध कर रहे अपराधियों पर सरकार को कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए.

हर्षिता मध्यान, छात्रा

साइबर अपराध के बढ़ते ग्राफ को लेकर हर वर्ग के लोग चिंतित हैं. हर वर्ग के लोगों में साइबर अपराध की रोकथाम को लेकर नए कदम उठाए जाने की बात कही जा रही हैं. सरकार को इस दिशा में पहल करनी चाहिए.

समा परवीन, छात्रा

साइबर अपराध की रोकथाम में जागरूकता एक सबसे अहम कदम मानी जा सकती है. लोग अनजान में साइबर अपराध के चंगुल में फंस जाते हैं. और आसानी से ठगी का शिकार हो जाते हैं. व्यापक रूप से जागरूकता अभियान चलाया जाना चाहिए.

कनक जायसवाल, छात्रा

धीरे-धीरे साइबर अपराध के मामले बढ़ते जा रहे हैं. लोग अपनी कमाई हुई पूंजी गवां रहे हैं. इसकी रोकथाम को लेकर कठोर कानून बनाए जाने की जरूरत है.

अंकिता दास, छात्रा

साइबर अपराध एक सामाजिक महामारी बन गया है. जिसकी कोई सीमा नहीं है . इसका नेटवर्क धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है. आने वाले दिनों में यह एक भयावह रूप लेगा. इसकी रोकथाम जरूरी है.

राज ठाकुर, छात्र

घर के बड़े बुजुर्गों शिक्षकों से साइबर अपराध को लेकर निरंतर जानकारी मिलती है. बताया जाता है कि इसमें लोग ठगी के शिकार हो जाते हैं. चंद मिनट में यह शिकार हो सकता है. ऐसे में इसकी रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान जरूरी है.

सुजय मंडल, छात्र

साइबर अपराध के द्वारा ठगी को लेकर जानकारी मिलती है. लोगों को इससे सतर्क रहने की जरूरत है. साइबर अपराधी के द्वारा बताए गए चीजों की पुष्टि पहले कर लेनी चाहिए इसके बाद किसी प्रकार का आगे का कदम उठाना चाहिए.

सुभाेजित मंडल, छात्र

साइबर अपराधी बड़ी चालाकी से अपराध की घटना को अंजाम देते हें. अनजान नंबर में सतर्कता बरतनी चाहिए.साइबर अपराधी अपराध करने के लिए ओटीपी की मांग करते हैं इससे हम लोगों को बचाना चाहिए .

दिनेश पंडित, छात्र

जैसा कि बड़े बुजुर्गों वह समाचार पत्रों के माध्यम से जानकारी मिल रही है कि साइबर अपराधी बड़े चालाकी से उपभोक्ता को अपने चंगुल में फसाते हैं ऐसे लोगों से दूर रहना चाहिए. इस पर और कठोर कानून बनने चाहिए.

सुभाेजित भगत, छात्र

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel