तीन दिवसीय संथाल परगना क्षेत्रीय पुलिस ड्यूटी मीट 2025 शुरू प्रतिनिधि, पाकुड़. पुलिस केंद्र पाकुड़ में बुधवार को तीन दिवसीय क्षेत्रीय पुलिस ड्यूटी मीट 2025 का शुभारंभ किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन पुलिस उप महानिरीक्षक संथाल परगना अंबर लकड़ा, उपायुक्त मनीष कुमार, पुलिस अधीक्षक निधि द्विवेदी सहित अन्य पुलिस पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. इस अवसर पर संथाल परगना के छह जिलों से परीक्षक मंडल के सदस्य और आरक्षी से लेकर इंस्पेक्टर स्तर तक के पुलिस पदाधिकारी उपस्थित थे. डीआईजी अंबर लकड़ा ने कहा कि ड्यूटी मीट का मुख्य उद्देश्य पुलिसकर्मियों को तकनीकी रूप से दक्ष बनाना और उनके आपसी समन्वय को मजबूत करना है. उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम अनुसंधान के क्षेत्र में पुलिसकर्मियों को अधिकतम लाभ पहुंचाने के लिए आयोजित किया जाता है. इस दौरान फोरेंसिक अपराध अनुसंधान, साइबर विश्लेषण, फिंगरप्रिंट, फोटोग्राफी और डॉग स्क्वाड संचालन जैसे विषयों पर वास्तविक केस आधारित प्रशिक्षण दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस मीट के माध्यम से पुलिसकर्मी न केवल अपने कौशल को बेहतर बनाएंगे, बल्कि राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर क्षेत्र का प्रतिनिधित्व भी करेंगे. डीसी मनीष कुमार ने कहा कि अपराधी अपराध कर भाग सकता है, लेकिन यदि अनुसंधान सही दिशा में हो तो अपराधी कभी बच नहीं सकता. उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक तकनीकों से अनुसंधान कर अपराधियों को सजा दिलाना संभव है और ऐसे कार्यक्रम अपराध नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. एसपी निधि द्विवेदी ने कहा कि इसमें परीक्षक मंडल द्वारा पुलिस जवानों और अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि समाज में सभी प्रकार के लोग होते हैं, कुछ अच्छे तो कुछ अपराध की प्रवृत्ति वाले. हर अपराध का अनुसंधान आवश्यक है और वैज्ञानिक अनुसंधान आपराधिक न्याय प्रणाली की मजबूत नींव है. इसी उद्देश्य से इस प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इस अवसर पर एसडीपीओ दयानंद आजाद, प्रोविजनल डीएसपी अजय आर्यन, मुख्यालय डीएसपी जितेंद्र कुमार, सहायक निदेशक अनुलग्नक ब्यूरो रांची संतोष सुधाकर, सहायक निदेशक राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला डॉ. चिततोश पाल सहित अन्य मौजूद थे.
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