साहिबगंज. बरहेट प्रखंड अंतर्गत 2 एसएसडी हाइ स्कूल, बरहट में आयोजित 115वें मोबाइल ईएनटी सर्जिकल यूनिट शिविर के चौथे दिन गुरुवार को भी जनकल्याण की भावना के साथ सफलतापूर्वक संचालित हुआ. यह वृहद स्वास्थ्य शिविर बॉक्सा ट्रस्ट और शंकर नेत्रालय (चेन्नई) के संयुक्त तत्वावधान में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के मार्गदर्शन एवं प्रेरणा से आयोजित किया जा रहा है. चौथे दिन की ओपीडी में कुल 75 मरीजों की जांच की गयी, जिनमें से 19 मरीजों को शल्य चिकित्सा हेतु चयनित किया गया और छह मरीजों को उन्नत चिकित्सा के लिए उच्च केंद्र रेफर किया गया. अब तक शिविर में कुल 402 मरीजों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है, जिनमें से 72 मरीज ऑपरेशन के लिए चयनित हुए हैं और 32 गंभीर मामलों को उच्च चिकित्सा केंद्र भेजा गया है. इस निःशुल्क शिविर का उद्देश्य साहिबगंज जैसे दूरवर्ती और संसाधन विहीन क्षेत्रों में ईएनटी और नेत्र संबंधी बीमारियों के मरीजों को समुचित जांच, परामर्श, औषधि, चश्मा, शल्य चिकित्सा तथा रेफरल सेवाएं उपलब्ध कराना है. शंकर नेत्रालय की टीम अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरणों और कुशल विशेषज्ञों के साथ सेवा में जुटी है, जिससे सैकड़ों ग्रामीण लाभान्वित हो रहे हैं. इस आयोजन को एएपीआइ विस्कॉन्सिन (अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन ऑफ इंडियन ओरिजिन-विस्कॉन्सिन चैप्टर द्वारा प्रायोजित किया गया है, जबकि इसकी वित्तीय व्यवस्था अमेरिका स्थित प्रवासी भारतीयों के सहयोग से शंकर नेत्रालय के ट्रस्टी मेहरचंद लंका (बॉक्सन 1974 बैच) के माध्यम से सुनिश्चित की गयी है. बॉक्सा ट्रस्ट, जिसका गठन जून 2023 में हुआ, ने सामाजिक सेवा के क्षेत्र में तीव्र गति से अपनी पहचान बनाई है. बॉक्सा ट्रस्ट के सक्रिय सदस्य अरविंद चोपड़ा ने जानकारी दी कि ट्रस्ट का दीर्घकालिक लक्ष्य झारखंड में एक आधुनिक अस्पताल, ऑप्टोमेट्रिक स्कूल सह अस्पताल, नर्सिंग कॉलेज, डायग्नॉस्टिक सेंटर एवं निःशुल्क डायलिसिस केंद्र की स्थापना करना है ताकि राज्य के हर कोने तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा पहुंचे. शिविर को सफल बनाने में जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं समाजसेवियों का सक्रिय योगदान रहा है. स्थानीय लोगों ने भविष्य में भी ऐसे शिविरों के आयोजन की मांग की है. अरविंद चोपड़ा ने आश्वासन दिया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की प्रेरणा से बॉक्सा ट्रस्ट और शंकर नेत्रालय राज्य के अन्य क्षेत्रों में भी इस जनसेवा अभियान को विस्तार देंगे. यह शिविर समाज के प्रति संवेदनशीलता, सेवा और स्वास्थ्य के अधिकार को साकार करने की दिशा में एक अनुकरणीय पहल है, जिससे सैकड़ों जरूरतमंदों को राहत और आशा की नई किरण मिली है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है