साहिबगंज. जिले में 169 एएनएम की पद सृजत है. पर 64 ही कार्यरत हैं. 105 पद रिक्त है. इधर 64 एएनएम दिन रात मरीजों की सेवा में लगी हैं. नोबल नर्सिंग सेवा की शुरुआत करने वाली फ्लोरेंस नाइटिंगेल की जयंती पर 12 मई को अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है. लोगों को स्वस्थ रखने नर्स अपनी महत्वपूर्ण योगदान देती है. निष्काम भाव से मरीजों की सेवा करती है. ऐसे में नर्सों के प्रति मरीज व उनके परिजनों को सम्मान की भावना रखने की जरूरत है. एमसीएच व सदर अस्पताल में केक काट कर नर्स दिवस मनाया जायेगा. इसकी तैयारी पूरी हो गयी है. नर्सो ने बताया कि हमलोग मरीजों की सेवा ईमानदारीपूर्वक करते हैं. डॉक्टर दवा लिखते हैं. हमलोग उनको खाने की विधि बता कर खिलाते हैं. बिना भेदभाव मरीजों की सेवा करते हैं. अपने बच्चों को घर में छोड़ कर आते हैं. मरीजों की निष्काम भाव से सेवा करते हैं. 14 वर्षों बाद भी नहीं चालू हो पाया एएनएम ट्रेनिंग सेंटर साहिबगंज. जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था भगवान भरोसे है. सदर अस्पताल परिसर में 14 वर्ष पूर्व विशेष प्रमंडल ने दो करोड़ आठ लाख 69 हजार रुपये से एएनएम ट्रेनिंग सेंटर का निर्माण कराया था. लोगों को उम्मीद थी कि एएनएम ट्रेनिंग सेंटर के चालू हो जाने से जिले महिलाओं को एएनएम का प्रशिक्षण मिल पायेगा. 14 वर्ष बीत जाने के बावजूद एएनएम ट्रेनिंग सेंटर में न तो प्रशिक्षक की प्रतिनियुक्ति हुई और न ही उपकरणों की आपूर्ति करायी गयी. एएनएम ट्रेनिंग सेंटर का उद्घाटन छह अगस्त 2011 को तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री हेमलाल मुर्मू ने किया था. प्रशिक्षण केंद्र भवन का खिड़की, दराजा, इलेक्ट्रिक वायरिंग क्षतिग्रस्त हो गया है. भवन के चारों और जंगल झाड़ उग आये हैं. एएनएम ट्रेनिंग स्कूल भवन को विभाग स्टोर रूम में उपयोग कर गया है. भवन में सदर अस्पताल के दवा के अलावा अन्य सामान रखा रहा है. कुछ दिन पूर्व जिला आरसीएच कार्यालय की एएनएम ट्रेनिंग सेंटर भवन में शिफ्ट किया गया है.
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