बरहरवा. बीते कुछ दिनों से क्षेत्र में अच्छी-खासी बारिश हो रही है. कई वर्षों के बाद हो रही इस तरह की बारिश से किसानों के चेहरे पर खुशी की झलक देखने को मिल रही है. किसान बताते हैं कि कृषि कार्य के लिए रोहिणी नक्षत्र काफी महत्वपूर्ण होता है. वहीं, बीते रविवार यानि 25 मई से रोहिणी नक्षत्र प्रवेश कर चुका है. ऐसे में क्षेत्र में हो रही लगातार बारिश में किसान अपने खेत तैयार करने में जुट गए हैं. जल्दी ही खेतों की जुताई कर धान का बिचड़ा डालने में जुट जायेंगे. जिसके 21 से 25 दिन बाद यह बिचड़ा धान का पौधा बनकर तैयार हो जाएगा. जिसके बाद इसकी रोपाई की जा सकेगी. पूरे राज्य में प्री-माॅनसून के दौरान अच्छी बारिश होने की संभावना जतायी जा रही है. मौसम विज्ञान केंद्र राँची ने 30 मई तक राज्य के अधिकांश हिस्सों में बारिश होने का अनुमान लगाया है. इस बार झारखंड में भी माॅनसून समय से पहले प्रवेश करेगा. दक्षिण-पश्चिम माॅनसून 24 मई को केरल में दस्तक दे चुका है. जिले के 49 हजार हेक्टेयर भूमि में होगी धान की खेती जिला कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, जिले के 9 प्रखंडों में करीब 49 हजार हेक्टेयर भूमि में धान की खेती करने का लक्ष्य है. प्रखंड के सभी संबंधित कर्मियों को इसके लिए निर्देशित किया जा चुका है. इसके लिए विभाग द्वारा किसानों के खेतों की मिट्टी जांचकर मिट्टी की उर्वरता जांच कर उसे दुरुस्त करने का भी कार्य जारी है. किसानों को भी इसके लिए जागरूक किया जा रहा है. वहीं किसानों के बीज धान का बीज वितरण करने के लिए 5000 क्विंटल धान बीज की डिमांड की गयी है. जानकारी हो कि जिले में धान के पांच प्रभेद उपयुक्त होते हैं. विभिन्न प्रखंडों के अधिकांश इलाकों में एमटीयू – 7029, एमटीयू -1010, डीआरआरएच – 2, 3 बीआईओ – 719 प्रभेद लगाया जाता है. इस बार करीब 55 हजार ब्लॉक चेन पंजीकृत किसानों के बीच 50 प्रतिशत अनुदानित मूल्य पर धान का वितरण किए जाने का लक्ष्य है. धान के ये बीज जिले के विभिन्न प्रखंडों में स्थित लैम्प्स-पैक्स के माध्यम से वितरण किए जाएंगे. इसके लिए साहिबगंज, बरहरवा, बरहेट, पतना, बोरियो, मंडरो, राजमहल, उधवा, तालझारी के लैम्पस-पैक्स का चयन किया गया है.
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