मंडरो. आज का जमाना डिजिटल युग का है. ज्यादा लोग एंड्राइड मोबाइल का इस्तेमाल कर रहे हैं. इसी को देखते हुए साइबर अपराधी भी तरह-तरह के हथकंडे अपना कर लोगों को लालच देकर शिकार बना लेते हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए प्रभात खबर अखबार की ओर से सोमवार को मध्य विद्यालय मिर्जाचौकी परिसर में प्रधानाध्यापक छविलाल पासवान की अध्यक्षता में जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मिर्जाचौकी थाना के एएसआइ संजय कुमार सिंह, काशिम शाह के नेतृत्व में साइबर अपराध की रोकथाम को लेकर प्रभात खबर के जन आंदोलन के तहत कार्यक्रम किया गया. इस दौरान दर्जनों की संख्या में छात्र-छात्राएं व शिक्षक उपस्थित हुए. साइबर अपराध की रोकथाम को लेकर थाना के एएसआइ संजय कुमार सिंह ने प्रभात खबर के द्वारा इस जनजागरुकता कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि पहले बड़े-बड़े शहरों में साइबर अपराधी सक्रिय थे. लेकिन जैसे-जैसे जमाना डिजिटल युग से जुड़ता गया. तैसे-तैसे डिजिटल युग में लोग साइबर ठगी के शिकार होते गये. इससे वह अपनी मेहनत की गाढ़ी कमाई गवां चुके हैं. लोगों को साइबर अपराधी झूठा झांसा देकर और पैसों का लालच देकर अपना शिकार बना रहे हैं. इससे बचने के लिए छात्राओं समेत शिक्षकों को जागरुक करते हुए कहा कि किसी भी अनजान नंबर से फोन आता है. लालच देकर किसी भी प्रकार का ओटीपी नंबर या एटीएम कार्ड नंबर मांगता है, तो उन्हें किसी भी हाल में ना बतायें. नहीं तो आपके खाते से राशि पल भर में गायब हो जायेगी. उन्होंने बताया कि साइबर अपराधी भोले-भाले लोगों को ठगने के लिए नये-नये तरीके अपना रहे हैं. ऐसे में सोशल साइट से सावधान रहना जरूरी है. क्योंकि साइबर अपराधी मोबाइल हैक कर पर्सनल डाटा की चोरी कर ठगी करते हैं. हनी ट्रैप और वीडियो कॉल के जरिये ब्लैकमेलिंग से भी सावधान रहना चाहिए. गूगल पर भी नंबर नहीं ढूंढे किसी का, हो सकती है ठगी : प्रधानाध्यापक
प्रधानाध्यापक छविलाल पासवान व सहायक शिक्षक चंदन कुमार वर्णवाल ने कहा कि साइबर अपराधी द्वारा ठगी की घटना में वृद्धि देखी जा रही है. कई लोग गूगल पर नंबर सर्च कर डायल कर देते हैं, उससे भी ठगी का शिकार होने का डर बना रहता है. ज्यादातर लोग जागरुकता के अभाव के कारण साइबर अपराधियों के शिकार बनते हैं. इसके अलावा लालच व लापरवाही भी एक कारण है. किसी भी अज्ञात लिंक पर क्लिक करने से बचना चाहिए. निजी जानकारी खाता नंबर, एटीएम पासवर्ड, ओटीपी किसी से भी शेयर नहीं करना चाहिए. ठगी के विभिन्न तरीके जैसे लॉटरी फसने, केबीसी में इनाम जीतने, सिम नेटवर्क के लकी ड्रा में नंबर आने, सरकारी योजनाओं में नाम कंफर्म करते, ओटीपी शेयर करने से होने वाले साइबर ठगी के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी. मौके पर सहायक शिक्षक मो इकरामुल हक, चंदन कुमार वर्णवाल, सुनील कुमार चौधरी, सीमोन बेसरा, थाना के एएसआइ संजय कुमार सिंह, काशिम साह के अलावा छात्र-छात्राएं मनीष कुमार, संजीव कुमार, मुस्कान कुमारी, चाहत जयसवाल, प्रियांशी कुमारी, मेघा कुमारी, नंदनी कुमारी, छोटी कुमारी, लवली कुमारी उपस्थिति रही.
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