बरहरवा. गुमानी बराज परियोजना के बरहेट स्थित फाटक का सही तरीके से संचालन को लेकर पाकुड़ विधायक निसात आलम ने उपायुक्त हेमंत सती से उनके कार्यालय कक्ष में मुलाकात की. अव्यवस्था को दूर करने के लिये कमेटी बनाने की मांग की. विधायक ने बताया कि झारखंड उच्च न्यायालय के निर्देश पर बरहेट बराज के कार्यालय, डीजी सेट एवं डीडीओ कोड सभी पिछले 7 महीने से लॉक कर दिया गया है. अभी मैनुअल फाटक का संचालन हो रहा है. 8 गेट के लिये मात्र एक चाबी है, और उसमें मजदूर की भी जरुरत पडती है, इसीलिये वहां पर मैनुअल संचालन के लिए और एक्स्ट्रा चाबी बनाने की जरूरत है. ताकि, अन्य मजदूरों को लगाकर वहां पर फाटक को आसानी से उठाया जा सके और गिराया जा सके. बरहरवा प्रखंड क्षेत्र के बिशनपुर, हस्तीपाड़ा, आगलोई, माधुवापाड़ा, श्रीकुण्ड, दरियापुर, विनोदपुर, हरिहरा, जामपुर, आहूतग्राम, रूपसपुर, बिन्दुपाड़ा इलाके में गुमानी नदी के बाढ़ के पानी से किसानों के खेत में लगी धान की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है. इसे लेकर विधायक ने डीसी से किसानों को मुआवजा भी दिये जाने की मांग की है. विधायक ने बताया कि गुमानी बराज बरहेट से जब भी पानी छोड़ा जायेगा. वहां के पदाधिकारी स्थानीय पदाधिकारी के साथ समन्वय बनाकर पानी छोड़ेंगे. और, लोगों को पहले से इसकी सूचना प्राप्त रहेगी. जिससे गुमानी इलाके में कम से कम नुकसान हो. मौके पर जिलाध्यक्ष बरकत खान सहित अन्य मौजूद थे.
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