बरहरवा. शहर के व्यवसायी एके भगत ने अनजाने में अपने मोबाइल फोन पर एक फर्जी एप्लीकेशन को टच कर दिया. इसके बाद उनके व्हाट्सएप से सभी ग्रुप और सदस्यों को उस एप्लीकेशन का मैसेज चला गया, जिसमें उसे इंस्टॉल करने का तरीका बताया गया था. कुछ लोगों ने मैसेज देखने के बाद उन्हें तुरंत फोन करके बताया कि उनके व्हाट्सएप से एक इंश्योरेंस कंपनी का मैसेज भेजा जा रहा है और उसे टच करने के लिए कहा जा रहा है. भगत ने कहा कि उन्होंने ऐसा कोई एप्लीकेशन नहीं भेजा है. जब उन्होंने अपना फोन चेक किया, तो व्हाट्सएप और फोन-पे काम नहीं कर रहे थे, जिससे उन्हें आशंका हुई कि उनका फोन हैक हो गया है. उन्होंने तुरंत अपने सभी अकाउंट से पैसे दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर किए और इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से अकाउंट को लॉक कर दिया. व्हाट्सएप को डिलीट करके दोबारा इंस्टॉल करने पर वेरिफिकेशन मैसेज नहीं आ रहा था. बाद में, व्हाट्सएप वेरिफिकेशन पर क्लिक करने के बाद उनका व्हाट्सएप सफलतापूर्वक डाउनलोड हो गया. भगत ने बताया कि गलती से एक एप्लीकेशन टच होने के बाद उन्हें कुछ पता नहीं चला. परिचितों से पता चलने पर कि उनके नंबर से फर्जी एप्लीकेशन इंस्टॉल करने का मैसेज भेजा गया है, वह घबरा गए थे. उन्होंने बताया कि साइबर ठगी से उनके बैंक अकाउंट में रखा पैसा बाल-बाल बच गया. बरहरवा थाना पुलिस ने बताया कि उन्हें इस संबंध में कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है, शिकायत मिलने पर जांच की जाएगी.
कोई भी एप्लीकेशन बिना जांचे-परखे इंस्टॉल न करें. विभिन्न नामों के फर्जी एपीके से कई लोग साइबर ठगी के शिकार हुये हैं. अगर व्हाट्सएप में ऐसा मैसेज आता है, तो मैसेज करने वाले व्यक्ति को तुरंत ही कॉल कर जानकारी दें और ग्रुप एडमिन से मैसेज से डिलीट करवाएं तथा स्थानीय थाना पुलिस को सूचित करें. आपकी सतर्कता ही आपका बचाव कर सकती है.
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