साहिबगंज में रेलवे का गौरव फिर लौटने की तैयारी प्रतिनिधि, साहिबगंज साहिबगंज में रेलवे की पुरानी गौरवशाली पहचान फिर से लौटने लगी है. पहले यहां रेलवे का एक बड़ा लोको सेट हुआ करता था, जहां हजारों कर्मचारी कार्यरत थे. उस समय साहिबगंज की आर्थिक स्थिति काफी मजबूत थी, लेकिन समय के साथ रेलवे की स्थिति बिगड़ती गयी. हालांकि, पिछले छह वर्षों में रेलवे के विकास की नई लकीरें खींचने की कवायद शुरू हुई. इसके तहत झरना कॉलोनी में रेलवे की परती जमीन पर डीएमयू मेंटेनेंस शेड का निर्माण किया गया. साहिबगंज रेलवे स्टेशन से झरना कॉलोनी स्थित डीएमयू मेंटेनेंस शेड तक नई रेलवे लाइन बिछाई गयी, जिससे क्षेत्र में रेलवे के प्रति नई उम्मीद जगी. धीरे-धीरे रेलवे की कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं साहिबगंज में आकार लेने लगीं. सबसे अहम रहा राजधानी एक्सप्रेस का परिचालन और उसका साहिबगंज में ठहराव, जिसे साहिबगंज के लिए एक बड़ी उपलब्धि माना गया. अब, डीएमयू मेंटेनेंस शेड के विस्तारीकरण की योजना सामने आई है, जिससे रेलवे के विकास की संभावनाएं और भी बढ़ गयी हैं. बताया जा रहा है कि वर्तमान में 20 डब्बों की मेंटेनेंस क्षमता को बढ़ाकर 40 डब्बों तक किया जायेगा. इसके लिए पीट लाइन बढ़ाने का टेंडर जारी कर दिया गया है. साथ ही, मेंटेनेंस शेड के लिए बड़ा शेड, वाटरशेड और कई आधुनिक तकनीकी उपकरणों की स्थापना भी की जायेगी. जब यह पीट लाइन पूरी तरह तैयार हो जायेगी, तो साहिबगंज से नई ट्रेनों के संचालन का मार्ग प्रशस्त होगा. फिलहाल, रेलवे आए दिन नई ट्रेनों की मांग को पीट लाइन की कमी का हवाला देकर टालता रहा है. लेकिन इस विस्तार कार्य के बाद रेलवे नई ट्रेनों के संचालन पर गंभीरता से विचार कर सकता है. रेलवे के तकनीकी विशेषज्ञों का मानना है कि नई ट्रेनों के परिचालन के लिए साहिबगंज में मेंटेनेंस शेड का विस्तार अत्यंत आवश्यक है. इसका निर्माण पूर्ण होते ही, साहिबगंज से नई ट्रेनों की मांग पूरी होने की उम्मीद बढ़ जायेगी. इन सभी विकास योजनाओं से यह साफ है कि साहिबगंज में रेलवे का पुराना गौरव लौटने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. मेंटेनेंस शेड के विस्तार और रेलवे स्टेशन के पुनर्निर्माण के साथ, साहिबगंज रेलवे हब के रूप में उभर सकता है, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार और बेहतर यातायात सुविधाएं मिलेंगी. अमृत भारत योजना के तहत साहिबगंज रेलवे स्टेशन का नया स्वरूप रेलवे के विकास की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम साहिबगंज रेलवे स्टेशन का पुनर्निर्माण है. इसे अमृत भारत योजना के तहत एक भव्य किले का रूप दिया गया है. रेलवे ने इस परियोजना पर करीब 26 करोड़ रुपये खर्च किए हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि यदि इसी तरह रेलवे की योजनाएं धीरे-धीरे साहिबगंज में लागू होती रहीं, तो साहिबगंज एक प्रमुख रेलवे हब के रूप में विकसित हो सकता है. साहिबगंज में रेलवे की पर्याप्त भूमि उपलब्ध है, जिस पर कई नई योजनाओं को क्रियान्वित किया जा सकता है. नवोदय विद्यालय के पास होगा मेंटेनेंस शेड का विस्तार डीएमयू मेंटेनेंस शेड के विस्तारीकरण के लिए रेलवे की टीम ने नवोदय विद्यालय के पास स्थित परती जमीन का निरीक्षण किया. चूंकि इसके ठीक पीछे पहले से मेंटेनेंस शेड संचालित है, इसलिए इसका विस्तार आसान होगा. रेलवे के पास साहिबगंज में पर्याप्त भूमि उपलब्ध है, जहां भविष्य में कई औद्योगिक परियोजनाएं और कारखाने स्थापित किए जा सकते हैं. इसी कारण रेलवे ने विस्तारीकरण से जुड़ी कई योजनाओं के लिए पहले ही टेंडर जारी कर दिया है.
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