राजमहल/मंगलहाट. भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा से 15 दिनों पूर्व शीतल जल से स्नान यात्रा (वार्षिक स्नान) व महाभिषेक किया गया. राजमहल प्रखंड क्षेत्र के कन्हैयास्थान के निकट मुन्नापटाल गांव निवासी रवींद्र कर्मकार व उनकी पत्नी दुर्गी देवी ने अपने आवास मुन्नापटाल में जगन्नाथ धाम पर बुधवार को उत्तरवाहिनी गंगा नदी घाट से विधि-विधान के साथ क्षेत्र की कन्याओं, ब्रह्मचारियों तथा पुरोहितों द्वारा 108 कलश में गंगाजल भरकर भगवान जगन्नाथ के जयकारे के साथ गांव का भ्रमण करते हुए जगन्नाथ धाम पहुंचे. इसके बाद 108 कलश में लाये गये गंगाजल से महाप्रभु भगवान जगन्नाथ को पूरी विधि-विधान के साथ स्नान कराया गया. इसके बाद दूध, दही, घी, मक्खन, गंगाजल अन्य सामान सामग्रियों से महाभिषेक किया गया. रवींद्र कर्मकार व दुर्गी देवी ने बताया कि इस दिन भगवान जगन्नाथ, बड़े भाई बलभद्र व बहन सुभद्रा की पूजा के उपरांत छप्पन भोग लगाकर भगवान को विराजित किया गया. महोत्सव में शामिल होने वाले भक्तों को महाप्रसाद का वितरण भी किया गया. मान्यता के अनुसार के भगवान जगन्नाथ स्नान के तीसरे दिन से कुछ समय के लिए पड़ जाते हैं और .अलग-अलग दिन में अलग-अलग तरह के औषधियों से 15 दिनों तक उनका का उपचार किया जाएगा. 27 जून को वे स्वस्थ होंगे और भगवान जगन्नाथ भक्तों को गजवेश में दर्शन देंगे. इसी दिन रथयात्रा निकाली जायेगी.
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