प्रतिनिधि, तीनपहाड़. कवि गोपाल चंद्र मंडल (राजमहल) और कैलाश पति मंडल (कसवा) ने मॉडल कॉलेज मुरली, राजमहल के परिसर में कॉलेज कर्मचारी प्रकाश महतो की मदद से आंध्रप्रदेश से लाए गए बालम खीरा के बीजों को पौधे के रूप में तैयार कर उनका पौधारोपण किया. सर्वप्रथम मंडई स्थित पगली दुर्गा मंदिर परिसर में, फिर मॉडल कॉलेज मुरली, राजमहल परिसर में दो और कन्हैया स्थान मंदिर परिसर में एक बालम खीरा के पौधे का रोपण किया गया. यहऔषधीय गुणों से भरपूर होता है और विशेष रूप से पेट संबंधी रोगों में लाभकारी माना जाता है. बालम खीरा के पौधे के समस्त अंग औषधीय गुणों से युक्त होते हैं. इससे बनी औषधियों से किडनी, कैंसर, जोड़ों का दर्द, पाचन तंत्र की समस्याएं सहित कई अन्य रोगों का इलाज संभव है. इसलिए इसे वरदान वृक्ष मानते हुए सभी से अनुरोध किया गया कि इसे अपने आसपास अवश्य लगाएं, चाहे स्थान मिट्टी कटाव वाला हो, पहाड़ी हो या कंकरीला. इस अवसर पर डॉ. रणजीत कुमार सिंह, प्राचार्य सह पर्यावरणविद् ने कहा कि वर्षा ऋतु में हम सभी को कम से कम पांच पेड़ अवश्य लगाने और वर्षा जल संरक्षण का संकल्प लेना चाहिए. उन्होंने मानव हितकारी वृक्षों के रोपण को पर्यावरण संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया.
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