साहिबगंज. जिले में बरहेट अनुमंडल में बनने से इसमें नगर परिषद् क्षेत्र के 21 से 28 तक के सात वार्डों को शामिल किये जाने की चर्चा है. इसे लेकर गुरुवार को नप के पूर्व उपाध्यक्ष रामानंद साह के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल डीसी से मिला और इन वार्डों को साहिबगंज अनुमंडल के साहिबगंज अंचल में ही रखने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा. बताया गया कि, बरहेट अनुमंडल में शामिल करने से इन सात वार्डों की 25-30 हजार की आबादी प्रभावित होगी. इन वार्डों में गरीब, मजदूर, आदिवासी, दलित व पिछड़ी जाति बहुतायत है. इन्हें अनुमंडल के कामों के लिए साहिबगंज मुख्यालय से 50 किमी दूर बरहेट जाना पड़ेगा. इतनी लंबी दूरी होने के कारण लोगों को शारीरिक, मानसिक व आर्थिक बोझ का अतिरिक्त भार पड़ सकता है. जिला मुख्यालय के सभी सरकारी कार्यालय इन्हीं क्षेत्र में आते हैं. बताया कि, समाहरणालय, विकास भवन, एसपी ऑफिस समेत सारे प्रमुख विभागीय कार्यालय शहर में हैं. नये परिसीमन से लोगों को लंबी दूरी तय करने पड़ेगी. एक ही शहर को दो अनुमंडलों में बांटना न्याय संगत नहीं होगा. आवेदन पर विचार करने की मांग करते हुए इसकी प्रतिलिपि सीएम को भी भेजी है. इधर, डीसी हेमंत सती ने एसी व टीम के साथ बैठक कर इस मामले में विचार करने की बात की. शिष्टमंडल में रामानंद साह, सुनील सिंह, संजय पटेल, बजरंगी गोप, डब्लू ओझा शामिल थे.
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