बरहरवा. प्रखंड व नगर क्षेत्र में वट सावित्री पूजन के लिए सुहागिनों में खासा उत्साह है. पति की लंबी उम्र के लिए वट सावित्री व्रत का विधान ग्रंथों में बताया गया है. ये व्रत हर साल देश के कुछ हिस्सों में ज्येष्ठ महीने की अमावस्या तो कुछ जगह पूर्णिमा पर किया जाता है. आज (26 मई, सोमवार) अमावस्या पर ये व्रत किया जा रहा है. इस व्रत का जिक्र स्कंद पुराण में किया गया है. इस दिन महिलाएं सुबह नहा धोकर सोलह श्रृंगार कर वट वृक्ष के नीचे पूजा अर्चना करती है. पूजा के बाद अपनी मनोकामना ध्यान में रखते हुए श्रद्धा अनुसार पेड़ की 11, 21 या फिर 108 बार परिक्रमा करती हैं. इस दिन सावित्री और सत्यवान की कथा सुनने का विधान है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है