सरायकेला.
सरायकेला जिले में बिना निबंधन संचालित क्लिनिक बंद किए जाएंगे. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने अवैध रूप से संचालित क्लिनिकों को नोटिस जारी करते हुए अविलंब बंद करने का निर्देश दिया है, अन्यथा कार्रवाई किए जाने की बात कही है. एसीएमओ डॉ. जुझार मांझी ने बताया कि रविवार को चांडिल व नीमडीह प्रखंड में स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से गठित टीम कर क्षेत्र में संचालित क्लिनिकों पर छापेमारी अभियान चलाया गया था, जिसमें से अधिकतर क्लिनिक बिना निबंधन के ही पाए गए. नीमडीह प्रखंड के किसी भी क्लिनिक का निबंधन नहीं था, जिस पर नोटिस जारी की गयी है.इन क्लिनिकों को जारी की गयी नोटिस
गोपी मेडिकल स्टोर एंड क्लिनिक, रघुनाथपुर
गांधी सेवा सदन क्लिनिक, आदरडीहसुधीर कुमार प्रसाद क्लिनिक, समनपुर
गोविंद क्लिनिक, चालियामालक्ष्मी मेडिकल स्टोर, चालियामा
डॉ. अरुण चंद्र गोराई क्लिनिकबिना योग्य चिकित्सकों और फार्मासिस्ट के चल रहे थे क्लिनिक
एसीएमओ डॉ. जुझार मांझी ने बताया कि टीम की छापेमारी में अधिकतर क्लिनिकों में योग्य चिकित्सक नहीं थे. कई स्थानों पर बिना फार्मासिस्ट के ही दवाइयां बेची जा रही थीं. सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि हाइवे पर कई अवैध क्लिनिक खुलेआम संचालित हो रहे थे, जहां मरीजों के लिए बेड आदि की सुविधाएं भी उपलब्ध करायी जा रही थीं. इन सभी पर क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है.पांच वर्षों में 75 झोलाछाप चिकित्सकों व 40 अवैध क्लिनिकों को किया गया बंद
एसीएमओ ने बताया कि पिछले पांच वर्षों में जिले में 75 झोलाछाप चिकित्सकों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है. साथ ही 40 अवैध रूप से संचालित क्लिनिकों को स्थायी रूप से बंद कराया जा चुका है. अब स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक बार फिर कार्रवाई शुरू कर दी गई है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है