खरसावां.
खरसावां के नारायणपुर गांव निवासी किसान खेत्रो मोहन साहू ने नयी तकनीक से खेती कर अपनी किस्मत बदली है. उनकी पहचान सरायकेला-खरसावां जिले के उन्नत किसान के रूप में हो रही है. किसान ने इन दिनों वीएनआर-212 किस्म के ग्राफ्टेड बैंगन की खेती की है. यह चर्चा का विषय है. उन्होंने बताया कि पौधा लगाने से लेकर उत्पादन होने में करीब 65 दिनों लगता है. इससे साल भर बैंगन निकलता है. हर सप्ताह करीब दो क्विंटल बैंगन निकल रहा है. किसान ने करीब 10 एकड़ में सब्जी की खेती कर अपनी दशा बदली है.इजरायली तकनीक ने दिये बेहतर परिणाम
वर्ष 2018 में तकनीकी प्रशिक्षण के लिए खेत्रो मोहन साहू सरकारी खर्च पर इजरायल जाने वाले थे. कुछ कारणों से नहीं जा सके. उन्होंने विभिन्न माध्यम से इजरायली तकनीक को अपनाया है. कम लागत में अच्छी पैदावार हो रही है.
कचरा से तैयार करते हैं जैविक खाद
खेत्रो मोहन साहू अपने खेते को उपजाऊ बनाये रखने के लिए जैविक खाद का इस्तेमाल करते हैं. इसके लिए फल व सब्जियों के कचरा के साथ घर के कचरे, सूखे पत्ते, पुआल, गोबर आदि इकट्ठा कर दो माह तक सड़ने के लिए छोड़ देते हैं. फिर इसका उपयोग खाद के रूप में करते हैं.नीम व गोमूत्र से बनाते हैं कीटनाशक
फसल को कीड़ा से बचाने के लिए खेत्रो मोहन साहू जैविक कीटनाशक का उपयोग करते हैं. नीम के पत्तों में गोमूत्र व पानी मिला कर जैविक कीटनाशक तैयार करते हैं.
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