खरसावां :
खरसावां के कुम्हारसाही में 24 प्रहर हरिनाम संकीर्तन का सोमवार को धुलौट व कुंज विसर्जन के साथ समापन हुआ. श्रद्धालुओं ने राधा-कृष्ण की परिक्रमा कर रंग-गुलाल अर्पित किया. इसके बाद एक-दूसरे को रंग-गुलाल लगाया. चार दिनों तक चले हरिनाम संकीर्तन को देखने के लिये बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे. झारखंड व बंगाल से आयी संकीर्तन मंडलियों ने संकीर्तन किया. संकीर्तन स्थल पर राधा-कृष्ण की आकर्षक प्रतिमा स्थापित की गयी थी. चार दिनों तक हरे कृष्ण हरे हरे, कृष्ण कृष्ण हरे हरे… के जयकारे से खरसावां का कुम्हारसाही गूंजता रहा. भक्त राधा-कृष्ण की भक्ति में गोता लगाते रहे. इस दौरान भक्तों में प्रसाद का भी वितरण किया गया.खरसावां के कई गांवों में हरिनाम संकीर्तन का आयोजन
खरसावां : दोल पूर्णिमा पर खरसावां प्रखंड के कई गांवों में हरिनाम संकीर्तन का आयोजन किया गया. खरसावां के संतारी, बुरुडीह, गोजुडीह, रोंगेगोड़ा, कुचाई के डोरो, सरायकेला के कुंदुआ में भी राधा-कृष्ण की प्रतिमा स्थापित कर हरिनाम संकीर्तन का आयोजन किया गया. झारखंड व बंगाल से आयी संकीर्तन मंडलियों ने हरिनाम का जाप किया. संकीर्तन मंडलियों ने राधा-कृष्ण की लीलाओं का बखान करते हुए संकीर्तन पेश किया. संकीर्तनों में पूजा अर्चना के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे.
कुनाबेड़ा में पांच दिवसीय मां शीतला की पूजा 30 से
राजनगर. राजनगर प्रखंड के कुनाबेड़ा में श्रीश्री सार्वजनिक शीतला पूजा कमेटी की ओर से 30 मार्च से तीन अप्रैल मां शीतला पूजा महोत्सव का आयोजन किया गया है. कमेटी के वीर सिंह महतो ने बताया कि पांच दिनों तक चलने वाले महोत्सव में मां शीतला की पूजा की जायेगी. 30 मार्च की सुबह 9 बजे मां शीतला की पूजा शुरू होगी. शाम6 बजे आरती और रात 9 बजे से मां शीतला मंगल पाठ होगा. पूजा का कार्यक्रम अनवरत दो अप्रैल तक चलेगा. तीन अप्रैल को पूजा के साथ माता की प्रतिमा का विसर्जन किया जायेगा. इस दौरान बड़ा कुनाबेड़ा व आसपास के क्षेत्रों में पूजा के दौरान मांस-मछली और शराब की खरीद-बिक्री पर पाबंदी रहेगी. कमेटी की ओर से भक्त व श्रद्धालुओं की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है