सरायकेला. सरायकेला खरसावां जिले में विगत दो दिनों से हो रही लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. सोमवार दोपहर बाद में बारिश रुकी. हालांकि, आकाश में बादल छाये रहे. विगत दो दिनों से हो रही बारिश से खेत व तालाब लबालब भर गये हैं. क्षेत्र की नदियां सुवर्णरेखा, खरकई, संजय व सोना दी उफना गयी थी. इसे देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर था. ओडिशा के ब्यांगबिल डैम का फाटक खुलने से खरकई खतरे के निशान पर बह रही थी. हालांकि, प्रशासन ने संभावित बाढ़ जैसी आपदा से निपटने के लिए तैयारी कर रखी थी. बांकसाही के पास रेलवे अंडरब्रिज में जलजमाव हो गया है. जलजमाव से अंडरब्रिज से आवाजाही ठप हो गयी है
लगातार बारिश से बिचड़े सड़ गये, किसान चिंतित
लगातार बारिश से खेतों में पड़े धान के बीज सड़ गये हैं. अधिकतर किसान छींटा विधि से धान की खेती करते हैं. निचले खेत में पानी का जमाव होने से धान के बीज सड़ गये. किसानों ने कहा कि खेतों में पानी जमा होने से यह स्थिति उत्पन्न हुई है. अब किसानों के सामने बीज की समस्या उत्पन्न हो गयी है. किसान जयप्रकाश नरायण सिंहदेव ने कहा कि किसानों का बीज खेत में खराब हो गया है. सरकार अब 90 फीसदी सब्सिडी में बीज उपलब्ध कराये. साथ ही लैंपस के माध्यम से दो किस्म का बीज उपलब्ध कराए ताकि किसान फिर से खेत में लगा सकें. मार्केट में बीज की कीमत काफी है, जिससे वे खरीद नहीं पा रहे हैं.
बारिश डाल रही रथयात्रा मेला में खलल, दुकानदार मायूस
बारिश के कारण सरायकेला में रथयात्रा मेला में लोग नहीं पहुंच पा रहे हैं. वहीं दुकानदार मायूस हैं. दुकानदारों ने कहा कि मेला के दूसरे दिन बोहनी का तक नहीं हुई है. लगातार बारिश हुई तो इस वर्ष मेला में दुकानदारों को काफी नुकसान होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है