सरायकेला.
सरायकेला-खरसावां जिले में वायरल फीवर का प्रकोप बढ़ गया है. सदर अस्पताल के ओपीडी में प्रतिदिन वायरल फीवर, टाइफाइड, मलेरिया और लूज मोशन से पीड़ित दर्जनों मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं. हल्के लक्षणों वाले मरीजों को जांच के बाद दवा देकर घर भेजा जा रहा है, जबकि गंभीर लक्षणों वाले मरीजों को अस्पताल के इनडोर वार्ड में भर्ती कर उपचार किया जा रहा है. अस्पताल प्रशासन के अनुसार, ओपीडी में प्रतिदिन 250 से 300 मरीज उपचार के लिए पहुंच रहे हैं, जिनमें से करीब 10 से 15 प्रतिशत मरीज मौसमी बीमारियों से ग्रसित पाये जा रहे हैं.एक सप्ताह में 61 मरीज हुए भर्ती
पिछले एक सप्ताह में मौसमी बीमारियों से पीड़ित 61 मरीजों को गंभीर लक्षणों के कारण इनडोर वार्ड में भर्ती किया गया. इनमें वायरल फीवर के 20, टाइफाइड के 12, मलेरिया के 10, लूज मोशन के 8 और सर्पदंश के 11 मरीज शामिल हैं. उपचार के बाद अधिकतर मरीजों को छुट्टी दे दी गयी है.100 बेड वाले सदर अस्पताल में वर्तमान में केवल 15 बेड खाली हैं. शेष सभी बेड मरीजों से भरे हैं. अस्पताल के महिला और पुरुष सामान्य वार्ड में कुल 60 बेड हैं, जिनमें से 45 बेड पर मरीज भर्ती हैं. इनमें से अधिकतर मरीज वायरल फीवर से ग्रसित हैं, जिन्हें गंभीर स्थिति में होने के कारण इनडोर में रखा गया है.बरसात में मौसमी बीमारियों का फैलने का खतरा बढ़ जाता है. इससे बचाव के लिए हमेशा पानी को उबालकर पीयें. बासी भोजन से परहेज करें और हमेशा ताजा भोजन करें. अपने आस-पास पानी और गंदगी को जमा होने न दें
. -डॉ चंदन कुमार, सदर अस्पताल सरायकेला,
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