खरसावां. डीआरयूसीसी सदस्य छोटराय किस्कु ने रविवार को महालीमोरुप रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया. इस दौरान यात्रियों के साथ स्टेशन प्रबंधक से मिलकर जानकारी ली. छोटराय किस्कु ने बताया कि निरीक्षण में मिली खामियों को डीआरयूसीसी की बैठक में उठाया जायेगा. महालीमोरुप रेलवे स्टेशन में यात्री सुविधाओं की काफी कमी है. चक्रधरपुर रेलमंडल अंतर्गत महालीमोरुव रेलवे स्टेशन से होकर रोजाना सैकड़ों यात्री व मालवाहक ट्रेनों का परिचालन होता है. इससे रेलवे को अच्छा खासा राजस्व प्राप्त होता है. इसके बावजूद यहां के यात्री सुविधा का अभाव में है. स्टेशन में यात्रियों के लिए पेयजल, शौचालय, व लाइट की समस्या है. मौके पर कोन्दो कुंभकार, गोविंदा नायक, हेमसागर प्रधान, श्यामसिंह मुंडरी, शैलेंद्र हो, उत्तम जायसवाल, खिरोद महतो आदि उपस्थित थे.
फुट ओवरब्रिज की कमी:
प्लेटफाॅर्म 4 से 8 तक रेललाइन पार करने के लिए फुट ओवरब्रिज की व्यवस्था नहीं है. साथ ही, 7वीं और 8वीं लाइन पर मालवाहक ट्रेनों के खड़े होने से समस्या और बढ़ जाती है. एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव नहीं : महालीमोरुप स्टेशन पर 18 पैसेंजर ट्रेनों का ठहराव होता है, लेकिन यहां कोई एक्सप्रेस ट्रेन नहीं रुकती, जिससे यात्रियों को लंबी यात्रा के लिए अन्य स्थानों से ट्रेनों का रुख करना पड़ता है. इसके अलावा, ट्रेनों के विलंब से आने की समस्या भी यात्रियों के लिए एक बड़ी समस्या बन गयी है. इससे यात्रियों को परेशानी हो रही है.शौचालय की व्यवस्था नहीं
स्टेशन पर शौचालय की उचित व्यवस्था नहीं है, और जो शौचालय स्टेशन के बाहर बने हैं, उनमें ताले लगे रहते हैं. पेयजल की सुविधा भी सीमित है और प्लेटफॉर्म 2 और 3 पर जो चापाकल हैं, वे ठीक से काम नहीं करते हैं. साथ ही बैठने की बेंच की कमी और शेड नहीं होने से यात्रियों को मुश्किलों का सामना करवा रही है. प्लेटफॉर्मों में लाइट की कमी है, जिससे रात के समय अंधेरा बना रहता है और यात्री असुरक्षित महसूस करते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है