खरसावां.
खरसावां प्रखंड सभागार में शुक्रवार को बीडीओ प्रधान माझी की अध्यक्षता में समन्वय समिति की बैठक हुई. इसमें मास ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन राष्ट्रीय कार्यक्रम (एमडीए-जेएडी) के सफल क्रियान्वयन पर चर्चा हुई. प्रभारी चिकित्सा प्रभारी डॉ वीरागंना सिंकू ने बताया कि फाइलेरिया के उन्मूलन के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम एमडीए-जेएडी चलाया जा रहा है. ट्रिपल ड्रग्स थेरेपी के तहत आयु वर्ग के अनुसार डीइसी व एल्बेंडाजोल की गोली, हाइट के अनुसार (डोज पोल) दवा दी जायेगी. 10 अगस्त को दवा बूथों में दी जायेगी. 11 से 25 अगस्त तक घर-घर भ्रमण कर दवा का सेवन दवा कराया जायेगा. फाइलेरिया के कारण अपंगता की स्थिति आ जाती है. इससे लोगों को बचाने व आने वाली पीढ़ी को शारीरिक अपंगता से बचाने की पहल है. कार्यक्रम में 60 हजार लोगों को दवा का सेवन कराना है. इसके लिए कुल 199 बूथ, 398 दवा प्रशासक, 23 सुपरवाइजर, आर आरटी टीम का गठन किया जा चुका है. गर्भवती, गंभीर रूप से बीमार व दो साल से छोटे बच्चे को यह दवा नही खिलायी जायेगी. बैठक में प्रमुख मनेन्द्र जामुदा, सीओ कप्तान सिंकू, जिप सावित्री बानरा, मुखिया सुनिता तापे, बीपीओ आतेश कुमार, सुमित्रा महतो आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है