सिमडेगा. संत अन्ना कॉन्वेंट तामड़ा में मंगलवार को दो धर्मबहनों का जुबली समारोह हुआ. इस दौरान सिस्टर ओफिरा सुरीन की धर्मसंघीय सेवा की स्वर्ण जयंती (50 वर्ष) और सिस्टर टेरेसा कंडुलना की रजत जयंती (25 वर्ष) के उपलक्ष्य में स्वर्ण व रजत जयंती समारोह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 8.30 बजे पवित्र मिस्सा अनुष्ठान से हुई, जिसमें स्थानीय चर्च के पुरोहितों, धर्म बहनें व गणमान्य लोगों ने भाग लिया. इसके बाद 10.30 बजे से स्वागत समारोह का आयोजन किया गया. मौके पर उपस्थित लोगों ने सिस्टर ओफिरा और सिस्टर टेरेसा को पुष्प गुच्छ, सम्मान पत्र देकर शुभकामनाएं दीं. कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित जिप सदस्य सह सभानेत्री जोसिमा खाखा ने दोनों धर्म बहनों को बधाई दी. कहा कि जुबली समारोह ईश्वरीय आशीष का गवाह है. यह हमारे लिए अत्यंत गौरव और आध्यात्मिक आनंद का क्षण है कि हम दो समर्पित धर्म बहनों की तपस्या, सेवा और समर्पण के 50 और 25 वर्ष पूरे होने के साक्षी बन रहे हैं. सिस्टर ओफिरा जीवन के पांच दशकों से लगातार प्रभु की सेवा कर रही हैं. उन्होंने अपना जीवन समाज के वंचितों, बीमारों और जरूरतमंदों के को समर्पित किया है. वहीं सिस्टर टेरेसा ने भी शिक्षा, सेवा और विश्वास का अलख जगाया है. कहा कि यह समारोह केवल जयंती नहीं, बल्कि दोनों धर्म बहनों के जीवन यात्रा के प्रति कृतज्ञता का प्रतीक है. कार्यक्रम के अंत में सिस्टर सुपीरियर एवं संत अन्ना कॉन्वेंट परिवार की ओर से सभी का आभार प्रकट किया गया. कार्यक्रम में कई पुरोहित, धर्म बहनें समेत मसीही विश्वासी मौजूद थे.
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