बानो. कोलेबिरा प्रखंड के लचरागढ़ स्थित आरसी चर्च में पुरोहिताभिषेक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मौके पर उपयाजक नीरज कंडुलना व जॉन डांग का पुरोहिताभिषेक कराया गया. रांची धर्मप्रांत के आर्च बिशप विंसेंट आइंद व हजारीबाग धर्मप्रांत के आर्च बिशप आनंद जोजो ने धर्मविधि अनुष्ठान संपन्न कराये. रांची धर्मप्रांत के बिशप विंसेंट आइंद ने उपयाजक नीरज कंडुलना का व हजारीबाग धर्मप्रांत के बिशप आनंद जोजो ने उपयाजक जॉन डांग का पुरोहिताभिषेक संस्कार संपन्न कराया. इस अवसर विशेष मिस्सा अनुष्ठान का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में परिवार वालों ने उपयाजक जॉन डांग व नीरज कंडुलना को पुरोहिताई जीवन के लिए कलीसिया में सौंपा. मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें संत वियान्नी, संत अन्ना, संत दोमनिक काॅलेज, मोंटफोर्ट के बच्चों द्वारा नृत्य प्रस्तुत किया गया. पुरोहित बनने के बाद लोगों ने नये पुरोहित का स्वागत किया. उपयाजक पुरोहित जॉन डांग व नीरज कंडुलना ने कार्यक्रम में उपस्थित बिशप, सभी फादर, धर्मबहनों और सभी लोगों को आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद दिया. उन्होंने सर्वप्रथम सभी गुरुजनों को नमन किया और कहा कि बालपन से लेकर शिक्षा दीक्षा ग्रहण करने और पुरोहित बनने तक के सफर में मेरे माता-पिता परिवार, गुरुजनों, प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जिन्होंने भी मेरा मार्गदर्शन किया उनको कोटि-कोटि नमन और धन्यवाद. कहा कि माता-पिता और गुरु का स्थान सबसे ऊंचा होता है. प्रभु यीशु ने हमें एक बेहतर जीवन दिया है. हम सबको प्रभु यीशु के बताये मार्ग पर चलना चाहिए. रांची धर्मप्रांत के बिशप ने कहा पुरोहित का जीवन मानव कल्याण के लिए होता है. पुरोहित ईश्वर के दूत होते हैं. कहा कि दूसरों की सेवा में पुरोहित अपना जीवन निहित करते हैं. कहा कि प्रभु यीशु हमें शांति, न्याय, भाईचारा स्थापित करने की सीख देता है. कहा कि अपने परिवार को पवित्र बनायें, ताकि यीशु का वास हो सके. हजारीबाग धर्मप्रांत के बिशप ने कहा कि प्रभु यीशु ने पुरोहित को मानव कल्याण व लोगों के उद्धार के लिए बनाया. प्रभु यीशु की जीवनी को आत्मसात करें तथा उनका अनुसरण करते हुए जीवन में आगे बढ़ें. मौके पर पर रेव्ह बेंजामिन केरकेट्टा, फादर पौलुस कंडुलना, फादर ओस्कर कंडुलना, फादर जेवियर डांग, फादर अमित डांग, फादर प्रमोद कुजूर, फादर जेम्स समद, फादर पीटर जोजो, फादर जोर्ज लुगून, फादर राजेन सोरेंग, फादर राफेल केरकेट्टा, फादर सिल्वेस्टर कुजूर, फादर नाबेर मिंज, आइसी मैथ्यू, फादर डोमनिक डांग, फादर आनंद लकड़ा, फादर क्रिस्टोफर टोपनो, फादर निकोलस टेटे, फादर सुजीत बिलुंग, फादर शांतिएल समद, फादर एरिक कुल्लू, फादर सुनील सुरीन, फादर पीटर बरला आदि उपस्थित थे. कार्यक्रम को सफल बनने मे पल्ली पुरोहित राजेश केरकेट्टा, फादर राफेल केरकेट्टा, फादर बेंजामिन केरकेट्टा, फादर एरिक जोसेफ कुल्लू, फादर अलबीनुस केरकेट्टा, फादर क्लेमेंट लकड़ा, प्रचारक विजय बागे, अनमोल एक्का, डेविड खलखो, अलबीनुस लुगून, शिलानंद बागे, क्लेमेंट टेटे, जोसेफ सोरेंग, संजय पोल केरकेट्टा, मनोहर कुजूर, अवलिना मिंज, अमूल्या बागे, सिस्टर मरियाना कंडीर, सिस्टर सुषमा तिग्गा, सिस्टर रेशमा डुंगडुंग, ब्रदर बेंजामिन समद, ब्रदर विनोद कुल्लू, ब्रदर आरोग्यम, सिमोन बडिंग, जीदन बडिंग, अनिता बडिंग, एडमोन टेटे, प्रमोद केरकेट्टा, मधु सुरीन, पंकज लुगून आदि ने अहम भूमिका निभायी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है