सिमडेगा. मुफस्सिल थाना क्षेत्र के गिमा नदी चेकडैम के पास एक झाड़ी से मंगलवार को एक युवक का शव बरामद किया गया. शव की पहचान कुल्लूकेरा तेलीटोली निवासी मनोज तेली (पिता- स्व माको तेली) के रूप में हुई. शव मिलने के बाद मृतक के भाई पह्लाद तेली के बयान पर पुलिस ने कुंती देवी समेत पांच लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की. इसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. पुलिस की पूछताछ में सभी आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया. सिमडेगा एसपी मो अर्शी ने बताया कि आरोपी महिला कुंती देवी ने स्वीकार किया कि मनोज तेली उसे लगातार फोन कर परेशान करता था और उसके पति व बच्चों को जान से मारने की धमकी देता था. 16 जून को फिर से धमकी मिलने पर कुंती देवी ने कृष्ण देहरी, बजरंग देहरी, सुरेंद्र नेगी और विक्की नेगी के साथ मिल कर हत्या की साजिश रची. साजिश के तहत कुंती देवी ने मनोज को गिमा नदी के पास मिलने के लिए बुलाया, जहां बाकी चार आरोपी पहले से छिपे थे. मनोज के पहुंचते सभी ने उस पर हमला कर दिया. सिर में गंभीर चोट लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गयी. हत्या के बाद पुलिस की आंखों में धूल झोंकने के लिए आरोपियों ने शव को नदी किनारे झाड़ियों में छिपा दिया और मनोज का मोबाइल फोन करंगागुड़ी पुल के नीचे फेंक दिया. पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त बैट, मोबाइल और खून से सने कपड़े बरामद कर लिए हैं. गिरफ्तार आरोपियों में कुंती देवी (पति- अनिरुद्ध बड़ाइक, ग्राम- भुइंयाटोली, कुल्लूकेरा), कृष्ण देहरी (पिता- हीरानाथ देहरी, साकिन- बेतमा भटकोटोली, थाना- केरसई), बजरंग देहरी (पिता- हीरानाथ देहरी, साकिन- बेतमा भटकोटोली, थाना- केरसई), सुरेंद्र नेगी (पिता- भागीरथ नेगी, साकिन- बेतमा भटको टोली, थाना- केरसई) व विक्की नेगी (पिता- जलधार नेगी, साकिन – बेतमा भटकोटोली, थाना- केरसई) शामिल हैं. सभी आरोपी सिमडेगा जिले के निवासी हैं.
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