सिमडेगा. जनजातीय व क्षेत्रीय भाषा के प्लस टू शिक्षक बहाली में त्रुटिपूर्ण पद सृजित करने के विरोध में नगर परिषद के समक्ष जनजातीय क्षेत्रीय भाषा व छात्र संघ के तत्वावधान में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया. इसमें आदिवासी समुदाय के खड़िया जनजाति समेत हर वर्ग के लोग शामिल हुए. रोशन डुंगडुंग ने कहा कि शिक्षक बहाली में ओड़िया व बंगला को तरजीह दी गयी, पर खड़िया भाषा को नहीं शामिल किया गया. वक्ताओें ने कहा खड़िया भाषा को शिक्षक बहाली में दरकिनार कर खड़िया समुदाय को खत्म करने की साजिश की जा रही है. वर्तमान सरकार खड़िया भाषा को उपेक्षित कर रही है. आनेवाले समय में आदिवासी समाज मिल कर बड़ा आंदोलन करेगा. सरकार जिस प्रकार से झारखंड की भाषा पर ध्यान नहीं देकर बाहरी भाषा पर ध्यान दे रही है. धरना प्रदर्शन में जनजातीय क्षेत्रीय भाषा छात्र संघ सिमडेगा द्वारा आयोजित किया गया. अमृत चिराग तिर्की ने कहा कि वोट के समय नेता आते हैं और हाथ जोड़ कर वोट ले लेते हैं. किंतु इसके बाद खड़िया समाज से वे कोई मतलब नहीं रखते. ऐसे गद्दार नेताओं से सावधान रहने की जरूरत है. धरना स्थल पर उपस्थित लोगों को मुख्य रूप से मेरी मगदलेन व रोशन डुंगडुंग ने भी संबोधित करते हुए शिक्षक बहाली में खड़िया भाषा के लिए पद सृजित करने की मांग सरकार से की. कहा कि अगर ऐसा नहीं किया गया, तो आने वाले दिनों में अबुआ सरकार के खिलाफ आंदोलन किया जायेगा. धरना के बाद मांगों के समर्थन में उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा गया. धरना-प्रदर्शन में जनजातीय भाषा छात्र संघ सिमडेगा, आदिवासी छात्र संघ सिमडेगा, अखिल भारतीय खड़िया महडोकलो, आदिवासी सुरक्षा मंच तथा समाज के कई बुद्धिजीवी वर्ग शामिल थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है