सिमडेगा. संत अन्ना महाचर्च सामटोली पारिस के काथलिक महिला संघ की 450 मसीही महिलाएं जुबली वर्ष के उपलक्ष्य में शहीद फादर हेरमन रास्कार्ट के शहादत स्थल गेरदा के लिए तीर्थ यात्रा पर रवाना हुईं. यह यात्रा पारिस मैदान से शुरू हुई, जिसमें माता मरिया के त्यागपूर्ण जीवन को श्रद्धापूर्वक याद किया गया. ईश्वर के अनमोल उपहार स्वरूप 2025 को जुबली वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है, जिसके अंतर्गत सभी कैथोलिक कलीसियाएं प्रमुख तीर्थ स्थलों का भ्रमण कर रही हैं. इस अवसर पर काथलिक सभा अध्यक्ष राजन बा, युवा संघ अध्यक्ष ब्रिसियुस सोरेंग तथा कमेटी के सदस्यों ने सभी तीर्थयात्रियों को शुभकामनाएं दी. तीर्थयात्रा के दौरान गेरदा, कुटुंगिया व जलडेगा स्थित शांति की महारानी तीर्थ स्थल का भ्रमण किया गया. वहां पवित्र मिस्सा अनुष्ठान आयोजित किया गया, जिसमें सिमडेगा धर्मप्रांत के विकर जनरल फादर इग्नासियुस टेटे, फादर भितुस केरकेट्टा, गेरदा पल्ली पुरोहित फादर नुवस समेत कई पुरोहितों ने भाग लिया और मिस्सा अनुष्ठान को संपन्न कराया. फादर इग्नासियुस ने अपने प्रवचन में ईश सेवक फादर हेरमन रास्कार्ट के दयालु व कर्त्तव्यनिष्ठ जीवन को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके पदचिन्हों पर चलने का आह्वान किया. तीर्थ यात्रा में सोगड़ा पल्ली से भी लगभग 150 श्रद्धालु शामिल हुए. गेरदा, कुटुंगिया व जलडेगा के विश्वासियों ने तीर्थ यात्रियों का गर्मजोशी से स्वागत किया और जुबली वर्ष को श्रद्धा व उल्लास के साथ मनाने की शुभकामनाएं दी.
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