सिमडेगा. सिस्टर दिव्या तिर्की की स्वर्ण जयंती व सिस्टर सोफिया केरकेट्टा की रजत जयंती की धार्मिक सेवा यात्रा को सम्मानित करने के लिए भावनात्मक समारोह का आयोजन किया गया. समारोह में उनके जीवन की आध्यात्मिक यात्राओं को स्मरण किया गया. साथ ही उनके द्वारा समाज व चर्च में किये गये अतुलनीय योगदानों को बताया गया. समारोह की शुरुआत अनुष्ठान से हुई. इसमें बिशप विंसेंट, वीजी इग्नासियुस टेटे समेत कई पुरोहित, धर्मसंघीय बहनें, श्रद्धालु और स्थानीय समाज के अतिथि उपस्थित थे. मौके पर सिस्टर दिव्या ने अपनी 50 वर्षों की सेवा यात्रा को स्मरण करते हुए कहा यह जीवन परमेश्वर की कृपा और लोगों के सहयोग से ही संभव हो पाया है. हर दिन एक नयी सीख, एक नया समर्पण रहा है. उनकी आंखों में सेवा का गर्व और विनम्रता दोनों झलक रहे थे. सिस्टर सोफिया ने अपनी रजत जयंती की स्मृति साझा करते हुए कहा 25 वर्षों का यह सफर चुनौतियों और आशीर्वादों से भरा रहा है. मुख्य अतिथि बिशप ने दोनों धर्मबहनों की समर्पित सेवाओं की सराहना करते हुए कहा उनका जीवन एक जीवंत गवाही है उस प्रेम, करुणा और अनुशासन की जो धार्मिक जीवन की नींव हैं. समारोह के अंत में स्मृति चिन्ह और पुष्पगुच्छ भेंट कर सिस्टर दिव्या व सिस्टर सोफिया को शुभकामनाएं दी. सभी ने उनके आगामी वर्षों की सेवा के लिए प्रार्थना की.
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