कोलेबिरा. प्रखंड के बरसलोया व लचरागढ़ गांव में अखंड सुहाग की कामना के साथ सुहागिनों ने की वट सावित्री की पूजा की. महिलाओं ने वट वृक्ष की परिक्रमा की. पंडित दिलीप पंडा ने कथा सुनायी. लचरागढ़ में पुरोहित जगरनाथ पंडा, प्रमोद पंडा ने वट सावित्री की पूजा संपन्न करायी. ठेठईटांगर. प्रखंड में सोमवार को सुहागिनों ने व्रत रख कर वट वृक्ष की पूजा करते हुए अपने पति की दीर्घायु होने की कामना की. सुहागिनों ने वट वृक्ष के नीचे पूजा कर सावित्री व सत्यवान के कथा सुनी. कुरडेग. प्रखंड में वट सावित्री की पूजा की गयी. महिलाएं सोलह श्रृंगार कर बरगद के पेड़ के नीचे जमा होकर कथा सुनी व 108 बार धागा से वृक्ष की परिक्रमा कर सभी सुहागिनों ने एक-दूसरे को सिंदूर लगा कर अमर सुहाग का अशीर्वाद दिया. प्रखंड के दलकी, परकला, कदम टोली, गाड़ियाजोर, कुटमाकछार खालीजोर समेत अन्य जगहों पर वट सावित्री की पूजा की गयी. बोलबा. प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों पर वट सावित्री व्रत के अवसर पर वट वृक्ष के नीचे पूजा अर्चना की गयी. पुरोहित नीलांबर पंडा ने सुहागिनों को वट सावित्री की पूजा करायी. जलडेगा: प्रखंड के जलडेगा, कोलोमडेगा, कोनमेरला, परबा, ओडगा क्षेत्रों में वट सावित्री पुजन सुहागिन महिलाओं ने निर्जला उपवास रखकर वट वृक्ष के नीचे सोमवार को किया. जलडेगा ठाकुरबाड़ी स्थित वट वृक्ष पर पुरोहित पंडित अरूण मिश्रा, महावीर चौक कोनमेरला तथा कोनमेरला वस्ती में पुरोहित पंडित अर्जुन दुबे, परबा जगन्नाथ मंदिर के वट वृक्ष के समीप पंडित युगल किशोर नाथ के मंत्रोचारण के साथ सुहागिनों ने पुजा अर्चना की. बानो. पति की लंबी उम्र, अखंड सुहाग के लिए सुहागिनों ने वट सावित्री की पूजा की. बानो, हाटिंगहोड़े, नौमिल रब्बाइ, हुरदा समेत प्रखंड अंतर्गत विभिन्न गांवों में सुहागिन महिलाओं ने पूजा की. पुरोहित पंडित घनश्याम शुक्ला, दिलीप पंडा, प्रदीप पंडा, लखेश्वर पंडा, जगरनाथ पंडा, रंजीत पंडा, प्रमोद पंडा, अशोक पंडा, पवन शर्मा आदि ने वट वृक्ष के नीचे पूजा संपन्न करायी.
सिमडेगा.
केरसई में वट सावित्री पूजा की गयी. मौके पर विभिन्न स्थानों पर सुहागिनों ने वट वृक्ष के नीचे पूजा कर पति की लंबी उम्र की कामना की. इस दौरान महिलाओं ने वट वृक्ष पर धागा बांध कर पूजा की. केरसई के भंडारटोली, रुसू, बाजारटांड़ समेत अन्य जगहों में व्रत करने वाली महिलाओं की भीड़ लगी रही. श्री नर्मदेश्वर शिव मंदिर केरसई भंडारटोली प्रांगण में पूजा के बाद पंडित आचार्य नवीन मिश्रा ने सावित्री- सत्यवान की अमर कथा सुनी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है