सिमडेगा. आदिवासी संगठन ने मंगलवार की शाम मशाल जुलूस निकला. मशाल जुलूस में काफी संख्या में खड़िया समाज और छात्र संघ के लोग मौजूद थे. खड़िया समाज के लोगों ने शिक्षक बहाली में झारखंड सरकार द्वारा खड़िया भाषा को शामिल नहीं करने व रांची सिरमटोली में रैंप को नहीं हटाये जाने के विरोध में मशाल जुलूस निकाला गया. वहीं चार जून को झारखंड बंद के आह्वान पर सिमडेगा बंद का भी आह्वान किया गया. मशाल जुलूस में हरिश्चंद्र भगत, रोशन डुंगडुंग, कुलकांत केरकेट्टा, बिरसा पहान, अमृत चिराग तिर्की, प्रदीप टोप्पो, अहलाद केरकेट्टा, सुमन कुल्लू, अनमोल तिर्की, आनंद सोरेंग, ब्रिसियुस सोरेंग, शिशिर टोप्पो, सुनीता केरकेट्टा, किरण कुल्लू, मोनिका बिलुंग, असिमा टेटे, सुमित मांझी, बिलकन बुढ, सानी सोरेंग, रश्मि कुल्लू, सिंपी कुल्लू, दीपिका कुल्लू, महिमा कुल्लू, सुचिता कुल्लू, राजेंद्र प्रधान, जॉनसन खलखो, अनसेलम शामिल थे.
जविप्र दुकानों का किया गया निरीक्षण
जलडेगा. बीडीओ सह प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी डॉ प्रवीण कुमार ने जनवितरण प्रणाली की कई दुकानों का औचक निरीक्षण किया. उन्होंने दुर्गा रानी स्वयं सहायता समूह जलडेगा, राजू साहू की जनवितरण प्रणाली दुकान, मालती देवी की जनवितरण प्रणाली दुकान, चरकू साहू की जनवितरण प्रणाली दुकान, कोनमेरला व महिला प्रगति स्वयं सहायता समूह, कोनमेरला आदि दुकानों की जांच कर राशन वितरण का जायजा लिया.
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