बानो. बानो और लचरागढ़ में सोमवार की सुबह से हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. लगातार बारिश से क्षेत्र की सभी प्रमुख नदियां कोयल, देवनदी, मालगो आदि का जलस्तर बढ़ गया है. खेत तालाब में तब्दील हो चुके हैं और कई इलाकों में जलजमाव हो गया है. लचरागढ़ में बारिश का प्रभाव विशेष रूप से देखा गया, जहां टोले-मोहल्लों में पानी भर गया है और कई घरों में पानी घुस गया है. स्थानीय निवासी गुड़ी देवी के घर में एक फीट से अधिक पानी भर गया, जिससे घर का सामान बर्बाद हो गया. कई कच्चे मकान बारिश के कारण गिरने के कगार पर हैं. सड़कें कीचड़ में तब्दील हो चुकी हैं, जिससे लोगों का निकलना मुश्किल हो गया है. लचरागढ़ मेन रोड से पडुरू टोली होते हुए मिशन जाने वाली सड़क पर कीचड़ का अंबार लग गया है. इस मार्ग पर एक कॉलेज, तीन हाई स्कूल और तीन मध्य विद्यालय स्थित हैं, जहां प्रतिदिन पांच हजार से अधिक बच्चे आते-जाते हैं. कीचड़ के कारण बच्चों और स्थानीय लोगों को काफी परेशानी हो रही है. इसके अलावा जलडेगा मोड़ से कुलकुलिया तक के रास्ते पर भी कीचड़ फैल गया है, जिससे ग्रामीणों को बाहर निकलने में परेशानी हो रही है. बारिश का प्रभाव खेती पर भी पड़ा है. धान का बिछड़ा बह गया है और सब्जी की खेती पर भी प्रतिकूल असर पड़ा है. स्थानीय प्रशासन की ओर से अभी तक कोई राहत कार्य शुरू नहीं हुआ है, जिससे लोगों में नाराजगी देखी जा रही है. ग्रामीणों ने प्रशासन से अविलंब राहत कार्य शुरू करने की मांग की है.
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