Rajasthan New: बुधवार को राजस्थान के अलवर जिले में एक कांवड़ियों से भरा ट्रक हाई वोल्टेज तार की चपेट में आ गया. हादसे में दो कांवड़ियों की मौत हो गई और करीब 35 लोग घायल हो गए. सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया है. घटना अलवर जिले की लक्ष्मणगढ़ तहसील के बीचगावां गांव में हुई. यहां एक जुलूस में सभी लोग शामिल हुए थे इसकी दौरान ट्रक हाई-वोल्टेज तार की चपेट में आ गया. लक्ष्मणगढ़ के उप-विभागीय अधिकारी (एसडीओ) मोहकम सिंह सिनसिनवार ने घटना को लेकर कहा कि दोषी के खिलाफ कार्रवाई कर दी गई है. साथ ही मृतक को परिजनों को मुआवजा दिया जाएगा.
लाइनमैन को किया गया निलंबित
एसडीओ ने बताया कि “सुबह करीब 7 बजे सूचना मिली कि राजस्थान के अलवर जिले की लक्ष्मणगढ़ तहसील के बीचगावां गांव में जुलूस में शामिल एक वाहन के हाई-वोल्टेज तार की चपेट में आ गया है. उन्होंने कहा कि हादसे में 35 लोग घायल हो गए है, जिनमें 33 को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. दो लोगों मामूली रूप से जख्मी हुए है. वहीं प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए लाइनमैन को निलंबित कर दिया है. साथ ही मृतकों के परिजनों को विद्युत विभाग की ओर से 5 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा और सरकारी योजना के तहत भी 5 लाख रुपये दिए जाएंगे.
कैसे हुआ हादसा
घटना को लेकर पुलिस ने बताया कि बिचगांव में यह हादसा उस समय हुआ जब कांवड़ियों का एक समूह और कुछ लोग गांव में परिक्रमा लगा रहे थे. समूह में शामिल ट्रक बिजली के लटकते हुए तार की चपेट में आ गया, जिससे श्रद्धालुओं की करंट लगने से मौत हो गई. जबकि, 35 लोग घायल हैं. घायलों में से तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है. दोनों मृतक बीचगांव के ही रहने वाले थे. पुलिस ने बताया कि महिलाओं सहित कई लोग कुछ ही सेकंड में करंट की चपेट में आ गए और गिर गए.
गुस्साए लोगों ने किया सड़क जाम
वहीं घटना से गुस्साए स्थानीय लोगों ने लक्ष्मणगढ़-मुंडावर मार्ग जाम कर दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि बिजली के तार नीचे तक लटक रहे हैं और इसकी शिकायत अधिकारियों से की गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. हालांकि लक्ष्मणगढ़ की तहसीलदार ममता कुमारी ने कहा कि उन्हें शिकायत की जानकारी नहीं है. प्रशासन ने ग्रामीणों को घायलों के समुचित इलाज का आश्वासन दिया और घटना के कारणों की विस्तृत जांच का वादा किया. गुस्साए स्थानीय लोगों ने बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया और दावा किया कि ढीले और लटकते तारों को लेकर बार-बार की गई शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.