BJP vs SP Masjid Meeting Row: समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव की संसद भवन के निकट एक मस्जिद में कथित राजनीतिक बैठक को लेकर सियासत गरमा गई है. बीजेपी ने इस पर तीखी आपत्ति जताई है, तो वहीं अखिलेश यादव ने पलटवार करते हुए भाजपा पर समाज को बांटने का आरोप लगाया है.
अखिलेश नमाजवादी- डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठ
सपा प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा कथित तौर पर एक बैठक के लिए मस्जिद का इस्तेमाल करने पर यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि सपा प्रमुख और समाजवादी पार्टी हमेशा संविधान का उल्लंघन करते हैं. भारतीय संविधान कहता है कि हम राजनीतिक उद्देश्यों के लिए धार्मिक स्थलों का उपयोग नहीं कर सकते. उन्हें संविधान में विश्वास नहीं है. वो हमेशा नमाजवादी बने रहते हैं. दरअसल, 22 जुलाई को सपा मुखिया अखिलेश यादव समेत कई नेताओं के साथ मस्जिद में बैठक की थी.
अखिलेश यादव ने किया पलटवार
अखिलेश यादव ने पलटवार करते हुए कहा कि आस्था जोड़ती है. हालांकि, बीजेपी चाहती है कि लोग एकजुट न होकर विभाजित रहें. हम सभी धर्मों में आस्था रखते हैं. भाजपा का हथियार धर्म है. उन्होंने कहा कि बीजेपी को मीठे से तकलीफ है, तो क्या मीठा खाना छोड़ देंगे. बीजेपी कहेगी नमकीन खाइए, तो नमकीन खाएंगे क्या? बीजेपी का हथियार ही धर्म है.
25 जुलाई को बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा करेगी बैठक
इस विवाद के बीच बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा ने उसी मस्जिद में 25 जुलाई को नमाज के बाद बैठक करने की घोषणा की है. मोर्चा के अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने सोशल मीडिया पर यह जानकारी साझा करते हुए सपा पर तीखा हमला बोला.