KANPUR: उत्तर प्रदेश के कानपुर से नरवल थाना क्षेत्र के एक गांव में दिल दहला देने वाली एक घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है. इस घटना में एक मां ने अपने ही मासूम बेटे अनिरुद्ध की हत्या कर दी, और इसके पीछे की वजह जानकर हर कोई हैरान रह गया. महिला देर रात अपने प्रेमी से मिलने के बाद घर लौटी थी. जब उसका मासूम बेटा नींद में कराहने लगा तो उसने उसे चुप कराने की बजाय बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया. घटना के बाद मां ने बच्चे की लाश को उसके दादा के पास लिटा दिया और खुद सोने का बहाना कर सो गई.
रात में प्रेमी से मिलने गई थी मां
घटना उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के नरवल थाना क्षेत्र के प्रतापपुर की बताई जा रही है. यहां एक महिला का अपने गांव के ही एक युवक के साथ अवैध संबंध चल रहा था. महिला का पति बाहर काम करता है और वह अक्सर घर से बाहर चला जाता है. इस बीच महिला की नज़दीकियां युवक से बढ़ गईं. कई बार दोनों को साथ देखा गया, लेकिन गांव के लोग चुप रहे. घटना की रात महिला अपने मासूम बेटे को लेकर घर में थी, जबकि बाकी लोग खेत में काम करने गए थे. महिला ने रात होते ही बेटे को सुलाया और खुद अपने प्रेमी से मिलने के लिए घर से निकल गई. बताया जा रहा है कि वो घंटों बाहर रही और जब वापस लौटी तो सुबह हो चुकी थी. थकी हुई महिला जैसे ही घर पहुंची, बेटा नींद में करवटें लेने लगा और रोने लगा. इसी बीच महिला ने ऐसा कदम उठाया, जिसने सबको सन्न कर दिया.
प्रेमी के साथ फरार होने के बाद 26 दिन पहले लौटी थी घर
आरोपी के पति सुशील के मुताबिक, उसकी शादी सात साल पूर्व फतेहपुर के गाजीपुर असोथर निवासी मनीषा से हुई थी. गांव के ही एक युवक से मनीषा के अवैध संबंध थे.16 अप्रैल को वह बिना बताए प्रेमी के साथ घर से फरार हो गई थी. काफी खोजबीन करने के बाद उसका पता चला तो 22 अप्रैल को थाने में समझौता हुआ. लोगों के काफी समझाने के बाद वह साथ में रहने को तैयार हुई थी. तब से वह घर में रहने लगी थी. हालांकि लोगों के मुताबिक उसका चाल चलन ठीक नहीं था. आरोप है कि प्रेमी के साथ मिलकर ही उसने अपने बच्चे की हत्या किया है.
मासूम की हत्या और फिर हैरान करने वाला कदम
जब बच्चा बार-बार करवटें बदलने और रोने लगा, तो महिला को डर हुआ कि कहीं उसका राज न खुल जाए. प्रेम संबंधों के चलते मानसिक तनाव में जी रही महिला ने अपने ही बेटे की गला दबाकर हत्या कर दी. मासूम की चीखें दब गईं और वो हमेशा के लिए खामोश हो गया.
हैरानी की बात ये है कि हत्या के बाद महिला ने लाश को चुपचाप उठाया और घर के एक कोने में सो रहे अपने ससुर के पास लिटा दिया. उसने ऐसा दिखाने की कोशिश की कि बच्चा दादा के पास सोते हुए ही चल बसा. खुद वो पास में आकर सो गई, मानो कुछ हुआ ही न हो.
जब सच्चाई सामने आई
सुबह जब परिवार के लोग घर लौटे, तो उन्होंने देखा कि बच्चा बिल्कुल शांत पड़ा है. पास जाकर देखा तो उसके शरीर में कोई हरकत नहीं थी. तुरंत डॉक्टर को बुलाया गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया.
शुरुआत में सबको लगा कि बच्चे की मौत नींद में ही हुई होगी. लेकिन जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई तो परिवार के होश उड़ गए. रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई. शक के आधार पर जब पुलिस ने मां से पूछताछ की तो उसने सारा राज उगल दिया. उसने स्वीकार किया कि वह प्रेमी से मिलकर आई थी और बच्चे के रोने पर गुस्से में उसे मार डाला.
पुलिस ने किया गिरफ्तार
पुलिस ने महिला को तत्काल गिरफ्तार कर लिया है और उसके प्रेमी की तलाश जारी है. गांव में इस घटना के बाद मातम पसरा हुआ है. लोग इस बात को पचा नहीं पा रहे हैं कि एक मां अपने ही कलेजे के टुकड़े के साथ इतना अमानवीय व्यवहार कर सकती है.
सामाजिक सवाल और मानसिकता पर बहस
यह घटना सिर्फ एक आपराधिक मामला नहीं है, बल्कि समाज के उस अंधेरे पहलू की भी तस्वीर दिखाती है, जहां रिश्ते अपनी गरिमा खोते जा रहे हैं. एक मां का अपने ही बच्चे की हत्या कर देना इस बात का प्रतीक है कि भावनात्मक कमजोरी और सामाजिक दबाव कैसे किसी को हैवान बना सकते हैं. इस घटना ने एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि पारिवारिक रिश्तों में विश्वास और संवाद की कितनी जरूरत है. साथ ही, यह भी ज़रूरी है कि मानसिक तनाव और अवैध संबंधों से उत्पन्न स्थितियों के प्रति समाज में जागरूकता फैलाई जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके.