Moradabad News: मुरादाबाद के लिए यह गर्व का पल है. शहर के मूल निवासी और प्रतिष्ठित कारोबारी परिवार से ताल्लुक रखने वाले सबीह खान को विश्व प्रसिद्ध टेक्नोलॉजी कंपनी एपल इंक (Apple Inc.) का नया चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) नियुक्त किया गया है. यह खबर सामने आते ही मुरादाबाद के पीतल निर्यातकों, व्यापारियों और स्थानीय लोगों में उत्साह की लहर दौड़ गई है.
सबीह खान की इस उपलब्धि को मुरादाबाद के लोगों ने अपने शहर के लिए गौरव का प्रतीक बताया है. यह न सिर्फ व्यक्तिगत सफलता है, बल्कि मुरादाबाद जैसे छोटे शहर से वैश्विक मंच तक पहुंचने की प्रेरणादायक कहानी भी है.
व्यापारी परिवार से शुरुआत, मुरादाबाद में बीता बचपन
सबीह खान का जन्म वर्ष 1966 में मुरादाबाद के एक प्रतिष्ठित मुस्लिम कारोबारी परिवार में हुआ. वह यार मोहम्मद खान के खानदान से ताल्लुक रखते हैं, जो मुरादाबाद में पीतल के बड़े निर्यातकों में गिने जाते हैं. सबीह के पिता सईद खान मूल रूप से रामपुर के रहने वाले थे, लेकिन 1963 में यार मोहम्मद खान की पोती से विवाह के बाद मुरादाबाद आकर कारोबार में शामिल हो गए.
पीतल नगरी के इस परिवार ने वर्षों तक मुरादाबाद के हैंडीक्राफ्ट उद्योग को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया. यही पारिवारिक विरासत और अनुशासन सबीह खान के व्यक्तित्व में भी झलकता है.
सेंट मैरी स्कूल से शुरूआत, फिर विदेश की ओर रुख
सबीह खान की प्रारंभिक शिक्षा मुरादाबाद के सेंट मैरी स्कूल में हुई, जहां उन्होंने कक्षा पांच तक पढ़ाई की. इसके बाद उनका परिवार विदेश चला गया और उन्होंने अमेरिका में अपनी उच्च शिक्षा पूरी की. उन्होंने अमेरिका की प्रमुख यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट की पढ़ाई की, जिससे उन्हें तकनीकी और प्रबंधन दोनों क्षेत्रों में गहरी समझ हासिल हुई.
एपल में 1995 से जुड़े, मेहनत से हासिल की ऊंचाई
1995 में सबीह खान ने दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित टेक कंपनियों में से एक एपल में अपने करियर की शुरुआत की. शुरू में उन्होंने सप्लाई चेन और लॉजिस्टिक्स से जुड़े तकनीकी विभागों में काम किया. अपनी मेहनत, समर्पण और नेतृत्व क्षमता के बल पर वह धीरे-धीरे कंपनी के ऊपरी स्तर तक पहुंच गए.
कंपनी की आपूर्ति श्रृंखला को वैश्विक स्तर पर पुनर्गठित करने में उनका बड़ा योगदान रहा है. एपल की स्थायित्व नीति, पर्यावरण के प्रति प्रतिबद्धता और उत्पादन रणनीतियों में उनकी भूमिका को विश्व स्तर पर सराहा गया.
अब उन्हें कंपनी का सीओओ नियुक्त किया गया है, जो कि एपल में सीईओ टिम कुक के बाद दूसरा सबसे महत्वपूर्ण पद है. इस भूमिका में वह कंपनी के वैश्विक संचालन, निर्माण, लॉजिस्टिक्स और उत्पाद डिलीवरी की पूरी जिम्मेदारी संभालेंगे.
मुरादाबाद के निर्यातकों में खुशी, देशभर में जश्न का माहौल
जैसे ही यह खबर सामने आई, मुरादाबाद के कारोबारी और निर्यातक वर्ग में उत्साह की लहर फैल गई. मुरादाबाद हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने सबीह खान को बधाई देते हुए कहा कि यह उपलब्धि न सिर्फ मुरादाबाद, बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व का विषय है.
एसोसिएशन के महासचिव ने कहा, “हम सबीह खान को दिल से शुभकामनाएं देते हैं. उन्होंने यह साबित किया है कि अगर प्रतिभा और मेहनत हो, तो मुरादाबाद जैसे शहर से निकलकर भी कोई व्यक्ति विश्व स्तर पर नेतृत्व कर सकता है.”
युवाओं के लिए प्रेरणा, भारत का बढ़ता वैश्विक प्रभाव
सबीह खान की यह सफलता आज के युवाओं के लिए एक बड़ा प्रेरणास्त्रोत है. छोटे शहरों से निकलकर विश्व की सबसे बड़ी टेक कंपनी के शीर्ष पद पर पहुंचना इस बात का प्रमाण है कि कड़ी मेहनत और लगन से हर सपना पूरा किया जा सकता है.
इसके साथ ही यह भारत के बढ़ते वैश्विक प्रभाव और प्रतिभा की स्वीकार्यता का भी प्रतीक है. सबीह खान जैसे भारतीय जब अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के टॉप मैनेजमेंट में स्थान पाते हैं, तो इससे पूरी दुनिया में भारतीय टैलेंट की साख और सम्मान बढ़ता है.
मुरादाबाद का नाम रोशन करने वाले सबीह, बन गए शहर की शान
सबीह खान की यह उपलब्धि मुरादाबाद के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है. उन्होंने न सिर्फ अपने परिवार और शहर का नाम रोशन किया, बल्कि भारत का गौरव भी बढ़ाया. ऐसे लोग समाज के लिए प्रेरणा होते हैं और यह खबर लंबे समय तक मुरादाबाद के लोगों की स्मृतियों में गर्व के रूप में जानी जाएगी.
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