Swaroop Rani Nehru Hospital: उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं का तेजी से विस्तार हो रहा है. इसी क्रम में स्वरूप रानी नेहरू (SRN) अस्पताल, प्रयागराज में आईसीयू (ICU) बेड की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि की गई है. वर्ष 2017 में जहां अस्पताल में केवल 52 आईसीयू बेड थे, वहीं 2025 तक यह संख्या बढ़कर 147 हो गई है. यह विस्तार गंभीर और अति-गंभीर मरीजों के इलाज के लिए एक बड़ी उपलब्धि है.
सरकार का लक्ष्य: उत्तर प्रदेश में मजबूत स्वास्थ्य सुविधाएं
स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर के सह-नोडल अधिकारी डॉ. राजकुमार चौधरी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में अस्पताल में आईसीयू बेड, वेंटिलेटर और अन्य अत्याधुनिक सुविधाओं में लगातार वृद्धि की जा रही है. उन्होंने कहा, “गंभीर मरीजों को उच्च स्तरीय उपचार उपलब्ध कराने के लिए यह विस्तार किया गया है, ताकि जीवनरक्षक चिकित्सा सेवाएं तेजी से प्रदान की जा सकें.

आईसीयू बेड की संख्या में वृद्धि क्यों महत्वपूर्ण है?
गंभीर मरीजों की बेहतर देखभाल – अधिक आईसीयू बेड उपलब्ध होने से जीवनरक्षक उपचार त्वरित रूप से संभव होगा.
संक्रामक रोगों और महामारी के दौरान बेहतर प्रबंधन – कोविड-19 जैसी आपदाओं के दौरान बेड की कमी एक बड़ी चुनौती थी, जिसे अब प्रभावी रूप से हल किया जा रहा है.
विशेषज्ञ चिकित्सा सेवाओं में सुधार – विभिन्न विभागों में आईसीयू की बढ़ती संख्या से मरीजों को उनकी बीमारी के अनुसार सर्वोत्तम देखभाल मिलेगी.
ग्रामीण एवं शहरी मरीजों को लाभ – इस विस्तार से अस्पताल में आने वाले दूर-दराज के मरीजों को भी उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएं मिलेंगी.

“स्वस्थ उत्तर प्रदेश, सशक्त उत्तर प्रदेश” की दिशा में एक बड़ा कदम
उत्तर प्रदेश सरकार का उद्देश्य है कि प्रदेश के प्रत्येक प्रमुख सरकारी अस्पताल में अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं. इसके तहत वेंटिलेटर, मॉनिटरिंग सिस्टम, प्रशिक्षित चिकित्सा कर्मियों की संख्या में वृद्धि और नए आईसीयू वार्डों का निर्माण किया जा रहा है.
स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल, प्रयागराज में आईसीयू बेड की ऐतिहासिक वृद्धि, “स्वस्थ उत्तर प्रदेश, सशक्त उत्तर प्रदेश” की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. इस पहल से हजारों मरीजों को समय पर आधुनिक चिकित्सा सेवाएं मिलेंगी, गंभीर परिस्थितियों में जान बचाने की संभावनाएं बढ़ेंगी, और महाकुंभ 2025 के दौरान गंभीर मरीजों को इन चिकित्सा सेवाओं का लाभ भी मिल रहा है.
आईसीयू विस्तार के मुख्य बिंदु:
- हृदय रोग (कार्डियोलॉजी) विभाग – आईसीयू बेड की संख्या बढ़ाकर 23 की गई.
- नया सर्जिकल आईसीयू – 10 नए बेड जोड़े गए.
- बाल रोग (पीडियाट्रिक) आईसीयू – पहले 5 बेड, अब 10 बेड.
- नवजात (नियोनेटल) आईसीयू – पहले 7 बेड, अब 15 बेड.
- स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग – 8 नए आईसीयू बेड जोड़े गए.
- ट्रॉमा आईसीयू – पहले 8 बेड, अब बढ़ाकर 10 बेड.
- मेडिसिन विभाग आईसीयू – पहले 6 बेड, अब 20 बेड.
- न्यूरोसर्जरी विभाग – 10 नए आईसीयू बेड.
- गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग – 6 नए आईसीयू बेड.
- श्वसन रोग (पल्मोनरी मेडिसिन) विभाग – 6 अतिरिक्त आईसीयू बेड.
- न्यूरोलॉजी विभाग – 10 नए आईसीयू बेड.