Prayagraj News: गंगा और यमुना में पिछले दो दिनों से बढ़ रहे जलस्तर ने प्रयागराज व आसपास के इलाके में तबाही मचा दी है. लगभग पांच लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित है. सैकड़ों घर पानी में डूब चुके हैं और हजारों लोग भोजन और पेयजल की किल्लत से जूझ रहे हैं. सोमवार को यमुना का जलस्तर थोड़ा घटा, जबकि गंगा स्थिर रही, जिससे थोड़ी राहत मिली.
स्कूल-कोचिंग सात अगस्त तक बंद, डीएम का आदेश
जिले में बिगड़ती स्थिति को देखते हुए जिलाधिकारी ने प्री-प्राइमरी से कक्षा-12 तक के सभी स्कूल और कोचिंग संस्थान 7 अगस्त तक बंद रखने का आदेश जारी किया है. प्रशासन पूरी सतर्कता के साथ स्थिति पर नजर रखे हुए है.
हेलिकॉप्टर से डिप्टी सीएम ने लिया जायजा, हाई अलर्ट के निर्देश
सोमवार को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने हेलिकॉप्टर से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया और राहत शिविरों का दौरा किया. उन्होंने जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ बैठक में पूरी तैयारी के साथ हाई अलर्ट पर रहने को कहा.
सब्जियों के दाम बेकाबू, बिजली संकट से कई इलाके अंधेरे में
बाढ़ और बारिश के चलते सब्जियों की सप्लाई प्रभावित हुई है, जिससे दामों में जबरदस्त उछाल आया है. अधिकांश हरी सब्जियों के रेट 50 रुपये किलो से ऊपर पहुंच गए हैं. वहीं, अब तक 49 ट्रांसफॉर्मर जलस्तर की चपेट में आ चुके हैं, जिससे करीब 250 मोहल्ले और गांवों में बिजली आपूर्ति ठप है.
कैंपों में सहमे लोग, घरों की चिंता सताने लगी
कई इलाकों के करीब 320 लोग कैंट मैरिज हाल स्थित राहत शिविर में शरण लिए हुए हैं. लोगों का कहना है कि कैंप में बुनियादी सुविधाएं तो हैं लेकिन घरों में रखे सामान की चिंता उन्हें खाए जा रही है. कई लोगों के घरों में पानी घुसने से नुकसान हुआ है. प्रशासन की अपील के बावजूद कई लोग अब भी अपने घरों में ही फंसे हैं.
पुलों पर सेल्फी और पार्किंग पर बैन, पुलिस करेगी चालान
प्रशासन ने नए यमुना पुल, शास्त्री पुल और फाफामऊ पुल पर सेल्फी लेने और वाहन खड़ा करने पर रोक लगा दी है. आदेशों के उल्लंघन पर चालान काटने और पेट्रोलिंग के निर्देश दिए गए हैं.
जिलाधिकारी ने किया बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा, राहत कार्य तेज़
जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने मंगलवार को फूलपुर तहसील के ढोकरी उपरहार गांव और दुर्वासा घाट पहुंचकर बाढ़ग्रस्त इलाकों का निरीक्षण किया. उन्होंने नाव से पहुंचकर लोगों की समस्याएं सुनीं और पशुओं के चारे से लेकर खाद्यान्न तक की व्यवस्था करने के निर्देश दिए. कछार क्षेत्र में फंसे ग्रामीणों के सुरक्षित निकालने की जानकारी भी ली गई.
बच्चों को मिला दूध, अफसर कैंपों में कर रहे निगरानी
जिला कार्यक्रम अधिकारी की ओर से राहत शिविरों में रह रहे बच्चों को दूध वितरित किया गया. अधिकारियों द्वारा लगातार राहत शिविरों का निरीक्षण किया जा रहा है ताकि वहां मौजूद लोगों को कोई असुविधा न हो.