उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बृहस्पतिवार को सुबह से ही काले बादल छाने लगें और वहीं झोंकेदार ठंड हवाओं संग बारिश भी शुरू हो गई. दिन में ही रात जैसा घना अंधेरा छा गया. लोगों को गाड़ियों की लाइट जलाकर सड़क पर चलना पड़ा.बारिश और हवाओं की वजह से तापमान में गिरावट हुई और मौसम सुहाना सा हो गया और लोगों को गर्मी से भारी राहत मिली.
कई जिलों में भी हुई भारी बारिश
मौसम विभाग के वैज्ञानिकों ने बताया कि सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के असर से लखनऊ में पूर्वा और पछुआ हवाओं का समागम एक होने से आंधी और बारिश होने का संयोग देखने को मिला है. लखनऊ में सुबह 8:30 बजे तक सात मिमी. बारिश दर्ज की गई. जबकि, एयरपोर्ट के आस पास इलाके में यह दो मिमी. रिकॉर्ड की गई. लखनऊ व आसपास के जिलों बाराबंकी, रायबरेली, सीतापुर, फतेहपुर आदि में भी अच्छी बारिश देखने को मिली. जिससे लोगों को फिलहाल गर्मी से राहत मिली.
गेहूं की फसल को हुआ भारी नुकसान
इस आंधी और भारी बारिश से जिन किसानों की गेहूं की फसल अभी नहीं कटी है, उनको अपने फसल के नुकसान की चिंता सताने लगी है. तेज हवाओं और भारी बारिश से फसल गिरने और पैदावार में काफी असर आ सकता है. वहीं तेज झोंकेदार हवाओं से, गेहूं की फसल गिर जाएगी. किसानों को इससे भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है.
स्वास्थ्य पर पड़ेगा असर,डाक्टरों की होगी जेब गरम
मौसम के अचानक करवट बदलने से इसका असर लोगों की सेहत पर भी दिखने लगा है.अस्पतालों में सर्दी, खांसी और वायरल बुखार के मरीजों की संख्या काफी ज्यादा देखने को मिल रही है. खासकर छोटे बच्चे और बुजुर्ग इसकी चपेट में ज्यादा आ रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बताया कि इस तरह के मौसम में तापमान तेजी से गिरता और बढ़ता है. इससे सीधा सेहत पर असर पड़ता है. क्योंकि इससे लोगों के शरीर का तापमान भी ऊपर नीचे अचानक से होता है और नमी और हवा के बदलाव से संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है. डाक्टरों ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी एवं किसी भी तरीके की शरीर में बदलाव आने पर डाक्टरों से राय लेने की सलाह दी है.
सीतापुर जिले में हुई दो दर्दनाक मौतें
सीतापुर जिले में खराब मौसम ने दो लोगों की जिंदगियां छीन लीं. बिसवां के ग्राम पंचायत जनुवा गांव के मजरा मोचखुर्द मे अचानक आकाशीय बिजली गिरने से किसान हरिश चंद्र भार्गव (23) की मौके पर ही मौत हो गई. हरिश्चंद्र परिवार में कुल तीन भाई थे. मृतक के बड़े भाई का विवाह हो चुका है हरिश्चंद भार्गव की अभी अविवाहित था. वह बृहस्पतिवार सुबह खेत में गन्ना छीलने को निकला था. तभी अचानक से आकाशीय बिजली गिरने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
गेहूं काटकर घर वापस लौट रही महिला पर गिरी पक्की दीवार, हुई मौत
रसूलपुर हरदोपट्टी ग्राम निवासी कुसुमा देवी (53) पत्नी जुगराज बृहस्पतिवार सुबह खेत में गेहूं की फसल की काटने को निकली थी. सुबह 9.30 बजे अचानक से तेज हवा के साथ जोरदार बारिश शुरू हो गई. कुसुमा देवी खेत से अपने घर के लिए जाने लगी. गांव में एक घर के पास पहुंचते ही घर की पक्की दीवार अचानक से झोंकेदार हवा चलने से कुसुमा देवी पर ढह गई. जिससे कुसुमा देवी दीवार के नीचे दब गई. कुसुमा देवी की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचें ग्रामीणों ने मलबे को हटा कर कुसुमा देवी को किसी तरह मुश्किल से बाहर निकाला तब तक उनकी सांसे थम चुकी थी. उसके बाद घटना की सूचना पुलिस व राजस्व विभाग को दे दी गई.