UP News: धर्म परिवर्तन का रैकेट चला रहे जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा और सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन को यूपी एटीएस ने शनिवार को लखनऊ में दबोचा. दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है और पूछताछ की जा रही है. पीर बाबा की आड़ में जमालुद्दीन गरीबों और असहायों को आर्थिक मदद का लालच देकर धर्म परिवर्तन के लिए जोर देता था. छांगुर बाबा धर्म परिवर्तन गिरोह का मास्टरमाइंड था, जो कि नीतू उर्फ नसरीन और नवीन रोहरा उर्फ जमालुद्दीन मिलकर जो धर्मांतरण का धंधा चला रहा था. आइए नीतू उर्फ नसरीन और उसके परिवार के बारे में जानते हैं.
कौन है नसरीन उर्फ नीतू
जांच में सामने आया है कि मुंबई निवासी नवीन रोहरा, उसकी पत्नी नीतू और बेटी समाले बीते 3-4 साल से बलरामपुर के रेहरा माफी गांव में रह रहे थे. इस परिवार का संबंध सिंधी समाज से है. लेकिन छांगुर बाबा ने पूरे परिवार का ब्रेनवॉश कर इस्लाम धर्म कबूल करवा दिया. धर्म परिवर्तन के बाद नवीन रोहरा ने अपना नाम जमालुद्दीन, नीतू ने नसरीन और समाले ने सबीहा रख लिया.
यह भी पढ़ें- अंगूठी बेचने वाला बना धर्मांतरण का सौदागर… जानिए जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा की हकीकत
धर्मांतरण के धंधे में शामिल हुआ पूरा परिवार
इसके बाद यह पूरा परिवार छांगुर बाबा के धर्मांतरण रैकेट का हिस्सा बन गया. नीतू उर्फ नसरीन ने हिंदू लड़कियों को जाल में फंसाने और ब्रेन वॉश कर धर्म परिवर्तन कराने में अहम भूमिका निभाई. गिरोह द्वारा जाति के हिसाब से लड़कियों की ‘रेट लिस्ट’ भी तय की जाती थी. इस पूरे नेटवर्क को विदेशों से करोड़ों रुपये की फंडिंग मिलती थी.
कई देशों की यात्रा और बड़ा नेटवर्क
एटीएस की जांच में यह भी सामने आया है कि इस गैंग के सदस्य अब तक करीब 40 बार इस्लामिक देशों की यात्रा कर चुके हैं. गिरोह के निशाने पर गरीब, असहाय परिवार और उनकी बेटियां रहती थीं.
गिरोह के मुख्य सदस्य
जानकारी के मुताबिक, इस गिरोह में छांगुर बाबा के अलावा महबूब, पिंकी हरिजन, हाजिरा शंकर, एमेन रिजवी सगीर, नीतू रोहरा उर्फ नसरीन समेत कई लोग शामिल हैं. पुलिस और एटीएस की टीमें पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही हैं.