डीवीसी के अफसरों ने कहा, अभी नहीं है बाढ़ की स्थिति स्थिति पर है नजर
आसनसोल. पिछले दो दिनों से झारखंड के निचले इलाके में हो रही भारी बारिश के कारण डीवीसी के मैथन जलाशय और पंचेत जलाशय में जलस्तर बढ़ने से 40 हजार क्यूसेक पानी शनिवार को छोड़ा गया. जिसमें मैथन से 10 हजार और पंचेत से 30 हजार क्यूसेक शामिल है. डीवीसी के अधिकारी ने बताया कि अभी दोनों जलाशयों में पानी खतरे के निशान से नीचे है. भारी बारिश का पूर्वानुमान है, जिसे देखते हुए पहले से ही पानी छोड़ा जा रहा है ताकि अचानक ज्यादा पानी नहीं छोड़ना पड़े. प्रबंधन सभी पहलुओं पर नजर बनाए हुए है. नदी में किनारे रहनेवालों को अलर्ट किया गया है कि वे नदी में न जाएं. पानी अपने हिसाब से ही छोड़ा जाएगा ताकि निचले इलाके में रहनेवाले लोगों को बाढ़ की स्थिति का सामना करना न पड़े. यह सारा कुछ बारिश पर निर्भर करता है. इसके बावजूद भी प्रबंधन अपने स्तर से स्थिति को नियंत्रण में रखने को लेकर हर संभव कार्य कर रहा है.
गौरतलब है कि हर साल बारिश के दौरान डीवीसी के मैथन और पंचेत से पानी छोड़ने से निचले इलाके में बाढ़ आ जाती है. जिसे लेकर हर बार ही बंगाल सरकार इसे लेकर केंद्र सरकार को जिम्मेदार बताती है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पिछले वर्ष झारखंड सरकार को भी इसे लेकर कठघरे में खड़ा कर दिया था. इसबार भी कुछ दिनों पहले हुई बारिश में दोनों बांधों से पानी छोड़ने पर निचले कुछ इलाकों में बाढ़ जैसी हालात हो गयी थी. हालांकि स्थिति नियंत्रण में रही. कुछ दिनों पहले दुर्गापुर बैराज का निरीक्षण करने आये राज्य के सिंचाई मंत्री डॉ. मानस भुइयां ने कहा था कि डीवीसी प्रबंधन राज्य सरकार को विश्वास में लेकर पानी छोड़ने का कार्य करे ताकि स्थिति को नियंत्रण में रखा जा सके.
डीवीसी के अधिकारी ने कहा कि भारी बारिश होने पर डीवीसी प्रबंधन किस डैम से कितना पानी छोड़ेगी इसपर अभी कुछ नहीं नहीं कहा सकता है. उस समय ही बैठक के बाद निर्णय लिया जाएगा. फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है.
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