आसनसोल.
पांडवेश्वर के पूर्व विधायक व भाजपा प्रदेश कमेटी के सदस्य जितेंद्र तिवारी ने सोनपुर बाजारी एरिया के महाप्रबंधक पर रंगदारी टैक्स वसूलने का आरोपी मोइजुल शाह के साथ बंद कमरे में बैठक को लेकर इसीएल अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठा दिया है. उन्होंने उक्त महाप्रबंधक के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग को लेकर इसीएल के सीएमडी को पत्र लिखा है. उन्होंने आरोप लगाया कि 12 जून 2025 को दोपहर 12:30 बजे से 01:30 बजे के बीच उक्त महाप्रबंधक पांडवेश्वर के विधायक के आवास पर बंद कमरे में हुई एक बैठक में शामिल हुए थे. जिसमें इसीएल के डीओ धारकों से रंगदारी वसूलने का आरोपी मोइजुल शाह मौजूद था. इस बैठक से इसीएल अधिकारियों पर कोयले के वैध खरीदारों से रंगदारी टैक्स मांगने के अवैध कृत्य में संलिप्ता होने का संदेह पैदा हो गया है. ऐसे में इस मामले की जांच कर उन अधिकारियों के खिलाफ जरूरी कदम उठायें, जो अपनी हरकत से इसीएल की छवि बिगा़ड़ने की मंशा रखते हैं. गौरतलब है कि इसीएल के विभिन्न कोलियरियों ऑक्शन के जरिये कोयला खरीदने वालों पर नया रंगदारी टैक्स लगा हुआ है. यह राशि प्रति टन कोयले पर साढ़े तीन हजार रुपये तक होती है. यह धंधा पूरे सिस्टम से चल रहा है. कोयले के लिए ई-ऑक्शन में बोली लगाकर कोयला लेने वाले इस बात को स्वीकार कर चुके हैं कि कोयला उठाने के लिए प्रति टन के हिसाब से रंगदारी टैक्स देना पड़ेगा. सभी कोयला कारोबारियों ने इसे स्वीकार कर लिया.मऊ (उत्तर प्रदेश) जिला के सहदपुर इलाके का एक कोयला कारोबारी नारायणी कोल ट्रेडर्स इसके खिलाफ अड़ गया. उसने बंकोला क्षेत्र के कुमारडीह साइट से कोयला लिया था. कोयला गाड़ी में लोड हो गया. वजन के लिए ट्रक लाइन में लगते ही दो लोग पांडवेश्वर थाना क्षेत्र के उखड़ा नबोग्राम इलाके का निवासी शेख अख्तर और मोइजुल शाह वहां पहुंचे और 800 रुपये प्रति टन के हिसाब से रंगदारी की मांग की. उसने नहीं दिया. चार दिनों तक गाड़ी खड़ी रही. उसने इसके खिलाफ आवाज उठाई और बराकर कुल्टी ट्रेड एसोसिएशन की ओर इस घटना में उक्त दोनों को नामजद आरोपी बनाकर पांडवेश्वर थाना में प्राथमिकी दर्ज हुई. कांड संख्या 34/25 में दोनों के खिलाफ बीएनएस की धारा 308(2)/351(2) के तहत मामला दर्ज हुआ था.
भाजपा नेता श्री तिवारी ने कहा कि रंगदारी वसूलने का मुख्य आरोपी मोइजुल शाह के साथ स्थानीय विधायक के आवास पर बंद कमरे में हुई बैठक में सोनपुर बाजारी एरिया के महाप्रबंधक की उपस्थिति इसीएल अधिकारियों की भूमिका पर सवाल खड़ा कर रहा है. इसकी जांच कर उचित कार्रवाई नहीं हुई तो फिर ऊपर इसकी शिकायत की जाएगीडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है