आसनसोल. सेल आइएसपी बर्नपुर के सेफ्टी प्रशिक्षण केंद्र में बीते रविवार को अचानक पार्षद अशोक रुद्र अपने निकट सहयोगी पार्षद गुरमीत सिंह के साथ पहुंचे और उन्होंने बिहार, उत्तर प्रदेश सहित दूसरे राज्यों से आये ठेका मजदूरों को धमकाते हुए कहा कि वे अपने गांव वापस लौट जायें. सेल आइएसपी में सिर्फ स्थानीय लोगों को ही नियुक्ति मिलेगी. दूसरे राज्यों से आनेवाले लोग अपने गांव घर में संदेश पहुंचा दे तथा अंजाम भुगतने को तैयार रहें. पार्षद अशोक रुद्र की इस दबंगई का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया, जिसकी प्रामाणिकता की पुष्टि प्रभात खबर नहीं करता. वायरल वीडियो में देखा जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से आये एक मजदूर जो कि सेल आईएसपी के ठेका कर्मचारी के लिये सुरक्षा प्रशिक्षण में सेफ्टी का प्रशिक्षण ले रहा था, उसके बाद से ही राजनीति गरमाने लगी. यूपी और बिहार के लोग के साथ अन्याय के खिलाफ आसनसोल दक्षिण की विधायक अग्निमित्रा पाल ने भी रोष जताते हुए कहा कि बर्नपुर-आइएसपी को दूसरा सिंगूर नहीं बनने देंगी. राज्य की जनता दूसरा सिंगूर नहीं चाहती है. यदि यहां के आइएसपी के मजदूरों के साथ किसी प्रकार की हिंसा हुई तो बृहद आंदोलन किया जायेगा. वहीं, सोमवार को आइएनटीटीयूसी नेता राजू अहलूवालिया ने कहा कि अशोक रुद्र के इस बयान का वह विरोध करते हैं. सेल आइएसपी के निर्माण में सभी जाति व धर्म के लोगों का योगदान रहा है. चाहे वो बंगाली हो या गैर बंगाली, चाहे वह पश्चिम बंगाल के रहनेवाला हो या नहीं, सभी ने इस कारखाने के निर्माण में अपना योगदान दिया है. आज जबकि इस कारखाने का आधुनिकीकरण किया जा रहा है. ऐसे में अन्य राज्यों से आने वाले कर्मचारियों को धमकाना उचित नहीं है. उन्होंने अशोक रुद्र के इस बयान की तीखी निंदा की. उन्होंने तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी से मांग की कि वह अशोक रुद्र को अविलंब पार्टी से निष्कासित कर दें. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में श्रमिकों के हितों को देखने के लिए राज्य के श्रम, विधि व न्याय मंत्री मलय घटक, आइएनटीटीयूसी जिलाध्यक्ष अभिजीत घटक हैं. अशोक रुद्र को मामले में हस्तक्षेप करने की जरूरत नहीं है. वह पार्षद हैं और अपने वार्ड का विकास देखें.
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